दिल्ली / देश -विदेश में इस माह भी कोरोना के संक्रमण में कोई कमी नहीं आई है | वैक्सीन आने से पहले ही लगने लगा है कि देश -दुनिया की एक बड़ी आबादी कोरोना संक्रमण की चपेट ना आ जाये | दरअसल जानकार चिंता जाहिर कर रहे है कि कोरोना वायरस की एक और लहर सितंबर -अक्टूबर माह में देखी जा सकती है | इन दोनों ही माह में तापमान में गिरावट आएगी और कोरोना वायरस को फलने – फूलने का मौका मिलेगा | इस बीच अस्पताल में एक पति ने तमाम खतरों से बचने के साधन अपनाये, बावजूद वो कोरोना संक्रमित हो गया |
दरअसल कोरोना से बीमार अपनी पत्नी से मुलाकात करने के लिए वो अस्पताल पहुंचा था | अस्पताल में पत्नी के करीब पहुंचने से पूर्व पति को पीपीई किट और मास्क पहनकर ही वार्ड में जाने की अनुमति दी गई थी | डॉक्टरों के मुताबिक यह अनुमति मानवीय आधार पर दी गई क्योंकि उसकी पत्नी की हालत बेहद नाजुक थी | पत्नी ने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर करते हुए पति से मुलाकात कराने की गुहार लगाई थी | इसके बाद उसके पति को कोरोना संक्रमण से बचाने के तमाम प्रयास करने के बाद ही पत्नी से मिलने दिया गया |
जानकारी के मुताबिक पत्नी से मिलने के तीन हफ्ते बाद ही पति की भी मौत हो गई | पति की जाँच के दौरान वो भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया | जानकारी के मुताबिक सैम और जोएन 30 सालों से शादीशुदा थे | लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से दोनों जिंदगी के अंतिम मोड़ में अलग-थलग पड़ गए थे | राज्य में नर्सिंग होम में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों से मुलाकात पर रोक है | लिहाजा विशेष अनुमति के तहत सैम को उसकी पत्नी जोएन से मिलने दिया गया | जोएन एक साल से डिमेंशिया और शुगर की बीमारी से भी पीड़ित थीं | पति सैम रेक की उम्र 90 साल और उनकी पत्नी की उम्र 86 साल बताई जा रही है | जानकारी के मुताबिक पत्नी जोएन की कोरोना से मौत से ठीक कुछ घंटे ही पहले सैम उनसे मिले थे | इसके बाद सैम खुद भी कोरोना के शिकार हो गए |
उधर सैम की बेटी होली रेक ने आशंका जताई कि हॉस्पिटल में मां से मुलाकात के दौरान ही उनके पिता संभवत: कोरोना की चपेट में आ गए थे | उन्होंने बताया कि PPE किट और मास्क का इस्तेमाल करने के बाद उसके पिता को संक्रमण के खतरे का अंदाजा नहीं था | उन्होंने कहा कि माता -पिता की इस मुलाकात के बाद उनके पिता ने कहा था कि जो भी हो, लेकिन मुझे खुशी है कि उन्हें अपनी पत्नी को अलविदा कहने और एक बार और हाथ थामने का मौका मिला था|’ इस घटना को लेकर अमेरिका के फ्लोरिडा में डॉक्टर भी हैरत में है | उन्हें कोरोना वायरस के और अधिक मजबूत होने का अंदेशा हो रहा है |