
शिमला। हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HRTC) के ड्राइवरों की हड़ताल अब खत्म हो गई है। यूनियन ने यह फैसला तब लिया जब सरकार ने उनकी अहम मांगों को मानने का भरोसा दिया। इससे प्रदेशभर में प्रभावित हो रही बस सेवाओं को बड़ी राहत मिली है।
ड्राइवर यूनियन बीते कुछ समय से बकाया भुगतान, मेडिकल बिलों की प्रतिपूर्ति और कार्य समय जैसे मुद्दों को लेकर आंदोलनरत थी। सरकार के साथ हुई लंबी वार्ता के बाद डिप्टी सीएम और परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कई मांगों पर तत्काल निर्णय लिए, जिससे यूनियन ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया।
प्रमुख मांगें और समाधान
पिछले पांच वर्षों का नाइट ओवरटाइम भत्ता
तीन साल से लंबित मेडिकल बिलों का निपटान
वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार बकाया भुगतान
आठ घंटे की शिफ्ट व्यवस्था
सरकार ने घोषणा की कि 205 वरिष्ठ ड्राइवरों को “डिज़िग्नेटेड सीनियर ड्राइवर” का दर्जा दिया जाएगा। मेडिकल प्रतिपूर्ति को छह महीने में निपटाने और नाइट ओवरटाइम भत्ते को जुलाई व अगस्त की सैलरी में दो किश्तों में देने का वादा किया गया है। साथ ही, सभी ड्राइवरों को दो सेट यूनिफॉर्म भी दिए जाएंगे।
वित्तीय सहायता से मजबूत होगी व्यवस्था
सरकार ने HRTC को ₹150 करोड़ का ऋण लेने की अनुमति दी है, जिसका ब्याज राज्य सरकार वहन करेगी। वर्तमान में HRTC में करीब 12,000 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें 7,000 ड्राइवर और कंडक्टर शामिल हैं।