कानपुर का गैंगेस्टर विकास दुबे 4 राज्यों की पुलिस को चकमा देते हुए आखिर कैसे पहुंचा उज्जैन , कड़ियां जोड़ने में जुटी एसटीफ , विकास की गिरफ्तारी के बाद दो वकील भी गिरफ्तार, निजी गाड़ी से आखिर क्यों गए थे उज्जैन ? पूछताछ जारी , देखे वीडियों  

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उज्जैन / उज्जैन के महाकाल मंदिर से कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ यह जानने में लगी है कि आखिर उसकी सहायता कौन कर रहा था | दरअसल उत्तरप्रदेश के बाद दिल्ली और फिर हरियाणा होते हुए विकास मध्यप्रदेश जा पहुंचा | 4 राज्यों में पुलिस के अलावा मुखबिरों का एक बड़ा नेटवर्क उसकी निगरानी में था | बावजूद इसके किसी को भनक तक नहीं लगी कि वो उज्जैन में महाकाल की शरण में चला गया है | बताया जाता है कि वो हर साल सावन में महाकाल के दर्शन के लिए जाता है | यहां उसने मंदिर परिसर के लॉकर में अपना काला बैग रखा और भगवान महाकाल के दर्शन किये | इसके बाद मंदिर परिसर में पुलिस के समीप जाकर चीखा-चिल्लाया कि मैं ही कानपूर वाला विकास दुबे हूँ | फिर क्या था , स्थानीय पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया | यह भी बताया गया कि गैंगेस्टर विकास दुबे दिल्ली एनसीआर से ट्रेन में सवार होकर उज्जैन पहुंचा था | उज्जैन से उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने लखनऊ के दो वकीलों को भी उज्जैन से हिरासत में लिया है। ये दोनों वकील निजी गाड़ी से उज्जैन गए थे। पुलिस उनसे विकास दुबे से कनेक्शन की जांच कर रही है।

पुलिस को आशंका है कि कहीं इन्होंने ही तो विकास दुबे की मदद नहीं की क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस को चकमा देते हुए विकास मध्य प्रदेश कैसे पहुंच गया ये बड़ा सवाल है। पुलिस उसके गुर्गों का सफाया करने में लगी रही और विकास दुबे उज्जैन पहुंच गया। अब सवाल उठ रहा है आखिर वहां तक पहुंचने में विकास की मदद कौन कर रहा था।

कहा तो यह जा रहा था कि उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे सभी राज्यों की पुलिस विकास दुबे को लेकर हाई अलर्ट पर थी, बावजूद इसके वह कानपुर से दिल्ली होते हुए हरियाणा के फरीदाबाद शहर जा पहुंचा था। इसके बाद हरियाणा से मध्यप्रदेश तक आ गया। यहां पुलिस की चुस्ती और मुस्तैदी पर सवाल उठना लाजमी भी है। आखिर राज्यों की सीमा और टोल नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी और सीसीटीवी कैमरे क्या केवल खानापूर्ति के लिए लगे हुए थे।

बुधवार तक विकास दुबे की लोकेशन फरीदाबाद और एनसीआर बताई जा रही थी लेकिन यहां से वो उज्जैन कैसे पहुंचा, ये सवाल अब भी अनसुलझा है। फरीदाबाद से उज्जैन तक का सफर सड़क मार्ग से करने पर कम से कम 14 घंटे का समय लगता है। दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 774 किलोमीटर है। अब इस सवाल का जवाब या तो पुलिस दे सकती है या फिर खुद विकास की वो उज्जैन कैसे पहुंचा।

https://youtu.be/V31K-v8jwr0