रायपुर / नए साल के मौके पर रायपुर की होटल ललित महल यहां आने वाले दर्शकों के लिए होटल लूट महल साबित हुई है | ठगे गए दर्शक आरोप लगा रहे है कि होटल ललित महल के संचालक पटवा बंधुओं का इवेंट कंपनी और उसके कर्ता-धर्ताओं से करीबी नाता है | पीड़ितों के मुताबिक न्यू ईयर पार्टी के प्रवेश पास पर आयोजनकर्ता के रूप में होटल ललित महल का मोनो भी दर्ज है | इस मोनो के साथ इवेंट कम्पनी इंफ्रारेड का नाम और मोनो भी दर्ज है | पीड़ितों की दलील है कि इस ठगी का शिकार होने के बाद इवेंट कंपनी और होटल ललित महल मैनेजमैंट लाभार्थी रहे है | ऐसे में पटवा बंधुओं के खिलाफ भी FIR दर्ज कर उनकी रकम की वापसी सुनिश्चित की जाए | पीड़ितों ने प्रवेश पास की मूल प्रति के साथ पटवा बंधुओं के खिलाफ अपराधिक षड्यंत्र और धोखाधड़ी की धाराओं के साथ शिकायती पत्र पुलिस को सौंपा है | इस पत्र की प्रतिलिपि न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ को प्रेषित करते हुए शिकायतकर्ता सुरेश साहू ने बताया है कि पुलिस ने कैटरर राहुल तिवारी और इवेंट कंपनी के डायरेक्टर संजय सिंह राजपूत के खिलाफ FIR दर्ज की है | लेकिन होटल ललित महल के संचालकों के खिलाफ भी FIR दर्ज करने में आनाकानी कर रही है | गौरतलब है कि आयोजनकर्ता होटल ललित महल और इवेंट कंपनी इंफ्रारेड ने न्यू ईयर पार्टी के संयुक्त रूप से प्रवेश पास बेचे थे | प्रवेश पास में यह कही भी दर्ज नहीं है कि होटल ललित महल आयोजक नहीं है |
उधर दो दिन बाद भी आरोपी राहुल तिवारी और संजय सिंह राजपूत की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है | इधर पीड़ित अपनी रकम वापसी के लिए जोर लगा रहे है | सुरेश साहू ने तमाम पीड़ितों से अपील की है कि वो प्रवेश पास संभाल कर रखे ताकि उनकी रकम की वापसी सुनिश्चित हो सके | यही नहीं सुरेश साहू ने पीड़ितों को सलाह दी है कि वो अपने अपने इलाकों के निकटतम थानों में होटल ललित महल के संचालकों के खिलाफ विधिवत FIR दर्ज करे | बताया जाता है कि न्यू ईयर पार्टी के लिए इवेंट कंपनी इंफ्रारेड और होटल ललित महल ने सयुक्त रूप से चार हजार से ज्यादा पास बेचे थे | इसमें से कई पास तो तीस हजार रूपये प्रति सात व्यक्तियों (फैमली पास) की दर से बेचे गए | इसके अलावा 25 हजार रूपये में 6 व्यक्तियों के लिए ग्रुप टेबल , 16 हजार रूपये में 6 व्यक्तियों के लिए फस्ट स्लॉट डांस , 25 सौ रूपये कपल एंट्री और 16 सौ रूपये स्टेज एंट्री सभी कैटेगिरी में अनलिमिटेड फ़ूड और ड्रिंक्स उपलब्ध कराने का वादा किया गया था | पीड़ितों के मुताबिक होटल ललित महल के संचालकों को ठगी की इस वारदात की पूरी जानकारी थी | सुरेश साहू का आरोप है कि पीड़ितों की देनदारी से बचने के लिए पटवा बंधू सीधे तौर पर अन्य आरोपियों की ओर मामला मोड़ रहे है |
बताया जाता है कि नव वर्ष की रात्रि करीब 9 बजे शराब से लदी आबकारी विभाग की गाड़ी होटल ललित महल पहुंची थी | गेट पर भारी भीड़ के चलते यह गाड़ी मुख्य गेट पर ही खड़ी रही | जबकि गाड़ी से उतरकर आबकारी कर्मियों ने आयोजकों से लिक्कर लाइसेंस और अन्य दस्तावेजों की मांग की | इस दौरान कोई जिम्मेदार व्यक्ति सामने नहीं आने पर आबकारी विभाग के कर्मी वापिस लौट गए | इस मामले को लेकर आबकरी विभाग के जिम्मेदार अफसर भी जांच के घेरे में है | यह सवाल सुलग रहा है कि बगैर लाइसेंस उपलब्ध कराए आखिर कैसे शराब से लदी गाड़ियां होटलों और सार्वजनिक स्थानों पर शराब मुहैया करा रही है |
नव वर्ष की रात होटल ललित महल में जमकर हंगामा हुआ था | धोखाधड़ी का शिकार हुए दर्शक इतने आक्रोशित हुए थे कि उन्होंने तनाव में आकर वहां उपलब्ध कैटरीन का सामान और खाने पीने की अन्य वस्तुओं पर हाथ साफ किया था | दर्शकों की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि पूरी रकम की नकद वसूली के बावजूद कार्यक्रम आयोजन को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई थी | दर्शकों ने जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी उँगलियाँ उठाई है | पीड़ितों ने कहा है कि न्यू ईयर पार्टी आयोजन के नाम पर बड़े बड़े विज्ञापन और प्रवेश पास खुल्लेआम बेचे गए | लेकिन ऐसे सार्वजिनक आयोजनों की वैधानिक अनुमति को लेकरजिला प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया | नतीजतन चार हजार से ज्यादा पीड़ितों को लाखों का चूना लगा | फ़िलहाल लोगों की निगाहें पुलिस की अग्रिम कार्रवाई पर लगी है | इस मामले को लेकर होटल ललित महल के संचालकों-पटवा बंधुओं के खिलाफ FIR दर्ज कर उनकी भी गिरफ्तारी की मांग हो रही है |