हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद अमर रहे के नारे से गूंज उठा राजनांदगांव शहर,खेल प्रेमियों के द्वारा मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि दी गई, देंखे वीडियो

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रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल 

राजनांदगाव/ छत्तीसगढ़ के राजनाँदगाँव में हॉकी खेल के प्रति यहां के लोगों के लगाव को देखकर राजनांदगांव को हॉकी की नर्सरी का नाम देने वाले हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की 115वीं जयंती खेल दिवस के अवसर पर राजनांदगांव शहर के अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम के समीप स्थित उनकी प्रतिमा पर हॉकी खिलाड़ियों का खेल प्रेमियों ने माल्यार्पण कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की, प्रतिवर्ष जिला हांकी संघ द्वारा राजनांदगांव शहर में खेल दिवस काफी धूमधाम से मनाया जाता था, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण काल के चलते कोई बड़ा आयोजन नहीं कर सादगी पूर्ण वातावरण में पुष्पांजलि सभा का आयोजन किया गया, जहां पर शहर के अंतरराष्ट्रीय व वरिष्ठ खिलाड़ियों ने मेजर ध्यानचंद के जीवन पर प्रकाश डालकर उनकी खेल कला को याद किया।

वर्ष 1970 में यहां आयोजित होने वाली महंत राजा सर्वेश्वरदास अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता में राजनंदगांव शहर पहुंचे मेजर ध्यानचंद ने शहर भ्रमण के दौरान यहां की गलियों में बच्चों को लकड़ियों से हॉकी खेलता देख राजनांदगांव को हॉकी की नर्सरी का नाम दिया था, यही कारण है कि राजनांदगांव के हॉकी खिलाड़ी उनसे हमेशा प्रभावित रहे हैं, आज राष्ट्रीय स्तर पर राजनांदगांव की ख्याति हॉकी की नर्सरी के नाम से है। यही कारण है कि प्रदेश का पहला अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम भी राजनांदगांव में ही निर्मित हुआ।

https://youtu.be/KbSG9DDZV5c

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के अवसर पर वरिष्ठ हॉकी खिलाड़ियों ने उनसे जुड़ी पुरानी यादों को साझा किया। मेजर ध्यानचंद की जयंती के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में हॉकी खिलाड़ी वह खेल प्रेमी लोग शामिल हुए, वहीं इस अवसर पर खेल दिवस अमर रहे के नारे भी लगाए गए।