रिपोर्टर – रफीक खांन
सुकमा / बस्तर के सबसे बड़े प्लांट नगरनार के निजीकरण को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने 23 तारीख से पदयात्रा करने की घोषणा की थी। लेकिन कोविड 19 के चलते प्रशासन ने इस पदयात्रा की अनुमति नही दी। अब पदयात्रा को फिलहाल स्थगित किया गया। सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू ने कहा कि आगामी दिनों में अनुमति मिलते ही पदयात्रा की जाएगी । वहीं 24 तारीख से 2 अक्टूम्बर तक 5 सदस्यों की टीम नगरनार के समक्ष धरना देंगे ।
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नगर पालिका अध्यक्ष व पदयात्रा प्रभारी राजू साहू ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने बस्तर के सपनों का कारखाना नगरनार प्लांट के निजीकरण के फैसले का विरोध किया । और केंद्र सरकार की गलत नीति के विरोध में युवाओं के साथ सुकमा से नगरनार प्लांट तक पदयात्रा करने का फैसला लिया था। पदयात्रा करने के किये जिला प्रशासन से 23 सितंबर से अनुमति मांगी थी। लेकिन जिला प्रशासन ने कोविड 19 और प्रदेश के कई जगहों पर लॉक डॉउन की स्थिति के चलते पदयात्रा की अनुमति नही दी। लिहाजा पदयात्रा को आगे करने का फैसला लिया गया। जब प्रशासन अनुमति देगा तब पदयात्रा की जाएगी।
5-5 सदस्य हर दिन बैठेंगे धरने पर
वही अब विरोध का नया तरीका अपनाया जा रहा है। प्लांट के निजीकरण को लेकर बस्तर के युवाओ में काफी आक्रोश है। जिसकी भावनाओ के अनुरुप अब प्लांट के सामने हर दिन 5-5 युवा सदस्य हर दिन धरने पर रहेंगे। इस तरीके से निजीकरण का विरोध किया जाएगा ।