नई दिल्ली:– कर्नाटक का हिजाब विवाद राजनीति मुद्दा बन गया है। इसके साथ ही हिजाब को लेकर लोगों की जिज्ञासा भी बढ़ गई है कि ये क्या होता है औऱ नकाब और बुर्का इससे कैसे अलग होते हैं। मुसलिम महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले पारंपरिक लिबास के रूप में हिजाब चर्चा में है लेकिन दुनिया में हिजाब की जगह कई जगह बुर्का और नकाब भी पहना जाता है। आइए जानते हैं कि हिजाब क्या है और नकाब और बुर्का से ये कैसे अलग है।
हिजाब को पारंपरिक लिबासों के नजरिए से देखें तो मुसलिम महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला वो स्कार्फ है जिसमें सिर औऱ गले को कवर किया जाता है। दुनिया में अधिकांश लड़कियां जिन्हें नौकरी, पढ़ाई और स्पोर्ट्स की दिशा में काम करना है, वो हिजाब को ज्यादा तवज्जो देती हैं। दरअसल हिजाब में आंखें, चेहरा और माथा खुला रहता है। दुनिया के अधिकांश मुसलिम देशों में यंग जैनरेशन हिजाब प्रेफर करती है।
बुर्का ऊपर से नीचे तक शरीर ढकने वाला लिबास है। भारत के कई राज्यों में महिलाएं घर से बाहर निकलते वक्त इसका इस्तेमाल करती हैं। यह अक्सर दो हिस्सों में बंटता है। एक बुर्का हाथों तक आता है, इसमें आंखें खुली होती हैं।दूसरा बुर्का सिर और चेहरे को कवर करता हुआ कुर्ते या गाउन की तरह पैरों तक जाता है। इसे अबाया भी कहा जाता है।इन दोनों में ही आंखों के हिस्से को खुला रखा जाता है ताकि देखा जा सके।
नकाब बुर्के की अपेक्षा ज्यादा आजादी देता है। इसमें केवल शरीर के ऊपरी हिस्से यानी सिर और चेहरे को ढकने की कवायद होती है। आंखों के पास वाली जगह खुली होती है। ये अबाया की तरह महिला के पूरे शरीर को नहीं ढकता।