नईम खान
मुंगेली में एक तरफ जहां जिले के कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने पैरादान करने वाले किसानों की धान प्राथमिकता के साथ खरीदने के लिए न सिर्फ विभागीय निर्देश दिए हैं बल्कि दफ्तरों से लेकर धान खरीदी केंद्रों में भी बैनर पोस्टर लगाए गए हैं | जिसमें साफ लिखा है कि पैरा जलाने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी | इसके अलावा गौठानो के लिए पैरादान करने वाले किसानों की धान प्राथमिकता के साथ खरीदने की बात भी कही गई है | मगर कलेक्टर के आदेशों को धान खरीदी केंद्र के इस प्रभारी के द्वारा दरकिनार किया जा रहा है , और धान खरीदी में दान करने वाले किसानों की कोई पूछ परख नहीं हो रही है | यह अपने आप में एक अनोखा मामला है क्योंकि जिला प्रशासन एक ओर जहां गौठानो में पैरा दान करने के लिए प्रेरित कर रही ही जिसको लेकर पैरादान -महादान का अभियान चलाई जा रही है | लेकिन पैरा दान करने वाले किसानों की धान प्राथमिकता के साथ खरीदने की बजाय कर्मचारी द्वारा उल्टा किसान को ही परेशान किया जा रहे हैं |
ताजा मामला जिले के पथरिया क्षेत्र के ठाकुर बदरा धान खरीदी केंद्र का सामने आया है | जहाँ का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है वीडियो में धान खरीदी के कर्मचारी और किसान के बीच बहस हो रही है | किसान ये कहते नजर आ रहे हैं कि कलेक्टर ने कहा है कि पैरा दान करने वाले किसानों की धान प्राथमिकता से खरीदी की जाएगी मैंने भी पैरा दान किया है | मगर धान खरीदी में प्राथमिकता नही दी जा रही | इतना सुनते वहाँ मौजूद कर्मचारी बोल रहे हैं कि कलेक्टर कौन होता है कलेक्टर तो मैं हूं “। जरा सोचिए कि जिले में कलेक्टर के आदेशों को धान खरीदी के कर्मचारियों के द्वारा पहले तो ठेंगा दिखाया जा रहा और किसान जब कलेक्टर के आदेशों का हवाला दे रहे हैं तो कर्मचारी का कहना कि कलेक्टर कौन होता है कलेक्टर तो मैं हूं वाकई में ये बात सोंचने पर मजबूर कर देता है | वहीँ इस पूरे मामले में कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे कहा है कि जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी |