जयपुर। राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, पाली और सिरोही जैसे जिले इस समय सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। 29 जुलाई मंगलवार को प्रशासन ने 11 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है। हालात सुधरने के बाद ही कक्षाएं दोबारा शुरू की जाएंगी।
भीलवाड़ा के बिजोलिया में सड़कों पर नाव चलती दिखी, वहीं झालावाड़ के करीब आधा दर्जन गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। जयपुर में मूसलधार बारिश के चलते निचले इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।
सिरोही में एक निजी स्कूल बस 35 बच्चों के साथ नदी की पुलिया पर फंस गई, जबकि चित्तौड़गढ़ में दो बाइक सवार नदी में बह गए। गनीमत रही कि समय रहते राहत कार्य शुरू कर दिए गए।
स्कूल बंद जिलों में शामिल हैं: झालावाड़, कोटा, चित्तौड़गढ़, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, धौलपुर, सलूंबर, बांसवाड़ा और अजमेर।
कोटा के रामगंज मंडी में सबसे अधिक 242 मिमी बारिश, जबकि भीलवाड़ा के जैतुरा में 235 मिमी बारिश दर्ज की गई। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, मानसून की द्रोणिका रेखा बीकानेर और कोटा से होकर गुजर रही है, जिससे अगले 48 घंटे भारी पड़ सकते हैं।
आईएमडी ने 3 जिलों में रेड अलर्ट, 5 में ऑरेंज और 19 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। राहत की उम्मीद 1 अगस्त के बाद है।
राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र रामगंज मंडी में ट्रैक्टर पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत कार्यों की समीक्षा की। रामगंज मंडी, पीपल्दा और सुल्तानपुर में एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा टीमें तैनात कर दी गई हैं।
