जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और भूस्खलन का खतरा
देशभर में मानसून अपने अंतिम दौर में है और अगस्त के आखिरी हफ्ते में इसका असर पूरे देश में दिखाई दे रहा है। विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर में अगले 48 घंटे चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कश्मीर घाटी के अनंतनाग, कुलगाम और जम्मू संभाग के सभी 10 जिलों में भारी से मध्यम बारिश की चेतावनी दी है।
पहाड़ी इलाकों में तबाही की आशंका
IMD ने पहाड़ी इलाकों में बादल फटने, भूस्खलन और अचानक बाढ़ जैसी घटनाओं की संभावना जताई है। कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों पर सीजन की पहली बर्फबारी और ओलावृष्टि भी हुई है, जिसने मौसम को और ठंडा कर दिया है। 26 अगस्त तक जम्मू, रियासी, उधमपुर, सांबा, राजौरी और कठुआ जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है। पुंछ, रामबन, डोडा और किश्तवाड़ में तेज बौछारें गिर सकती हैं।
दिल्ली और उत्तराखंड में भी मौसम का असर
शनिवार शाम दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण कई इलाकों में जलभराव हुआ और रेड अलर्ट जारी किया गया। उत्तराखंड के चमोली जिले में भी शुक्रवार रात बादल फटने से घरों और दुकानों में मलबा भर गया और स्थानीय लोगों को नुकसान हुआ।
IMD ने लोगों से चेतावनी दी है कि अगले दिनों में पहाड़ी इलाकों और जलभराव वाले क्षेत्रों में सावधानी बरती जाए। जम्मू-कश्मीर मौसम अलर्ट के तहत ग्रामीण इलाकों में फसलों और सड़कों को नुकसान होने की संभावना भी है।
