बिलासपुर। एक बार फिर मरवाही वन मंडल में हाथियों ने दस्तक दी है। शनिवार की रात करीब तीन बजे के दो हाथी खेत में घुस गए और बोरी में रखे दाने को खाने लगे। जब खेत में ही झोपड़ी में सो रहे परिवार ने आवाज सुनी तो बाहर निकले। हाथियों को देखकर ड़र कर उनके होश उड़ गए। पति तो वहां से भाग निकला पर पत्नी तीन साल की बच्ची को लेकर नहीं भाग सकी। इसी बीच एक हाथी ने दो को सूंड से उठाकर पटक दिया। झोपड़ी को भी ढहा दिया। इस घटना में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों गौरेला- पेंड्रा- मरवाही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार घटना मरवाही वन परिक्षेत्र के दानीकुंडी से लगे नवागांव की है। जहां एक ग्रामीण की खेत है। वह पत्नी व तीन साल के बच्ची के साथ झोपड़ी बनाकर रह रहा था। शनिवार की रात को भी तीनों झोपड़ी में सोए हुए थे। इसी बीच दो हाथी खेत में पहुंचे। यहां ग्रामीण ने बोरी भरकर भूसा भरकर रखा था। जिसे दोनों हाथी मिलकर चट कर रहे थे। उनके खाने की आवाज सुनकर ग्रामीण की नींद खुल गई और देखने के लिए बाहर निकला। इसके बाद जो नजारा था उसे देखकर ग्रामीण के होश उड़ गए। सामने दो हाथी थे। इसके बाद उसने पत्नी को उठाया। पत्नी बच्ची को गोद में उठाई इसके बाद वह जान बचाकर भागने लगे, बच्ची को सुरक्षित स्थान पर छोड़ महिला दूसरे तरफ भागने लगी लेकिन महिला ज्यादा दूर नहीं दौड़ सकी और एक हाथी ने दोनों को सूंड से उठाकर पटक दिया। इधर घटनी की सूचना मिलने के बाद अन्य ग्रामीण भी पहुंच गए और 108 एंबुलेंस बुलाकर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों के अनुसार महिला के कमर में अंदरूनी चोट आई है। बच्ची की हालत स्थिर है।
पहले भी आ चुके हैं हांथी
हाथियों के आने की खबर सुनने के बाद वन मंडल में हड़कंप मचा हुआ है। अमला हाथियों पर नजर रखा हुआ है। जानकारी के अनुसार दल में चार हाथी है और अभी कुम्हारी के जंगल में जमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि हाथियों का दल कटघोरा वनमंडल के पसान क्षेत्र से मरवाही वनमंडल में दस्तक दिया है। पहले भी इसी रास्ते पर आ चुके हैं।