छत्तीसगढ़ में स्वास्थ सेवाएं वेंटीलेटर पर, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले में भी सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल , बिना इलाज किशोरी की मौत

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अंबिकापुर | प्रदेश के स्वाथ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के ग्रह नगर स्थित मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के ओपीडी के सामने कुर्सी पर बैठे -बैठे शुक्रवार को एक 17 वर्षीय बीमार युवती की मौत हो गई | पीड़ित लड़की के पिता उसे ओपीडी के बाहर बैठा कर पर्ची कटाने गये थे | बताया जाता है कि हालत ख़राब होने के बावजूद डॉक्टरों ने पीड़ित लड़की को स्वास्थ सुविधा मुहैया कराने के बजाय उसके पिता को पहले चिकित्सा पर्ची कटवाने भेज दिया | पांच मिनट के भीतर जैसे ही पर्ची कटा कर उसके पिता वापस लौटे, कुर्सी में बैठी उनकी बेटी अचानक नीचे गिर गई | इसके उपरांत हरकत में आये चिकित्सकों ने पीड़ित का स्वास्थ्य परीक्षण कर उसे मृत घोषित कर दिया | पीड़ित परिवार स्थानी चंदौरा के ग्राम घुमाडांड़ का निवासी है | पीड़ित लड़की के पिता रामबलिन्दर हरिजन ने बताया कि उनकी 17 वर्षीय पुत्री दुर्गावती पिछले पांच -छह वर्षो से श्वांस संबंधी बीमारी से जूझ रही थी | उन्होंने कहा कि ख़राब स्वास्थ के बावजूद डॉक्टरों ने उसके इलाज में कोई दिलचस्पी नहीं ली | बल्कि कागजी खानापूर्ति पर जोर दिया | 

अंबिकापुर ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में स्वास्थ सेवाओं का बुरा हाल है | मामूली जाँच और चिकित्सा के लिए सरकारी अस्पतालों में भटकते मरीजों को देखा जा सकता है | स्वास्थ विभाग ने सुबह – शाम ओपीडी संचालित करने के भले ही निर्देश दिए हो लेकिन ये निर्देश पूरी तरह से अमल में नहीं आ पाए है | स्वास्थ सेवाओं से जुडी 108 संजीवनी एक्सप्रेस की सुविधाएं शहरों से लेकर ग्रामीण इलाको तक से नदारत है | जाहिर है जब स्वास्थ विभाग ही वेन्टिलेटर पर हो तो मरीजों की जान तो जाएगी ही |