नई दिल्ली(वेब डेस्क):- स्कूल में बच्चों का एक-दूसरे को परेशान करना आम है. कई बार ये ‘आम’ सी दिखने वाली बात इतनी बढ़ जाती है कि बच्चे स्कूल जाने से भी कतराने लगते हैं. यदि बच्चा स्पेशल चाइल्ड हो तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती है. यूरोप के छोटे से देश रिपब्लिक ऑफ नॉर्थ मैसेडोनिया में भी एक मानसिक तौर पर कमजोर बच्ची को क्लासमेट परेशान करते थे, इस बारे में जब वहां के राष्ट्रपति को पता चला तो उन्होंने ऐसा कदम उठाया जिसकी कल्पना किसी ने भी नहीं की होगी.
रिपोर्ट के अनुसार, 11 साल की एम्बला एडेमी गोस्टीवार के एक स्कूल में पढ़ती है. एम्बला जन्म से ही मानसिक और शारीरिक तौर पर दूसरे बच्चों की तरह एक्टिव नहीं है. मेडिकल टर्म में इसे डाउन सिंड्रोम कहा जाता है. एम्बला को उसकी क्लास के दूसरे बच्चे परेशान करते थे. राष्ट्रपति स्टीवो पेंड्रोवस्की को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने पूरी जानकारी हासिल की.
प्रेसिडेंट स्टीवो ने एक दिन एम्बला के पैरेंट्स से बात की और उनके घर पहुंच गए. एम्बला के परिवार ने राष्ट्रपति को बताया कि उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. स्कूल में दूसरे बच्चे किस तरह एम्बला का मजाक उड़ाते हैं. इसके बाद राष्ट्रपति बच्ची के पिता के साथ खुद उसकी उंगली पकड़कर पैदल स्कूल छोड़ने पहुंचे, ताकि बच्ची का हौसला बढ़े और दूसरे लोगों को समझ आ सके कि स्पेशल चाइल्ड के साथ किसी भी किस्म का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.