Hartalika Teej 2022: मनचाहे वर के लिए हरतालिका तीज पर कर लें इस मंत्र का जाप, हर मनोकामना का है अलग मंत्र!

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Hartalika Teej 2022 Date: मनचाहे वर की कामना, पति की लंबी आयु और संतान की प्राप्ति की इच्छा के लिए हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है. इस बार हरतालिका तीज 30 अगस्त के दिन पड़ रही है. इस दिन विवाह योग्य कन्याएं, सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. इस दिन कठिन नियमों का पालन किया जाता है.

ज्योतष अनुसार इस दिन भगवान गणेश, महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. पूजा का आरंभ गणेश पूजन से किया जाता है. किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत गणेश पूजन से की जाती है, ताकि सभी कार्य निर्विघ्न पूरे किए जा सके. इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ मंत्र जाप भी किया जाए, तो भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन हर मनोकामना पूर्ति के लिए अलग-अलग मंत्रों का जाप किया जाता है.

इसमें गणेश जी का मंत्र, भगवान शिव का मंत्र और मां पार्वती का मंत्र शामिल है. साथ ही, मनोकामना पूर्ति जैसे मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए मंत्र, सुख-सौभाग्य की प्राप्ति के लिए मंत्र, पति की लंबी आयु के लिए मंत्रों के बारे में भी बताया गया है. आइए जानें पूजा के बाद किस मंत्र के जाप से कौन-सी मनोकामना पूर्ण होगी.

  1. सुख सौभाग्य प्राप्ति के लिए मंत्र
    देहि सौभाग्यं आरोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
    पुत्र-पौत्रादि समृद्धि देहि में परमेश्वरी।।
  2. मां पार्वती को सिंदूर चढ़ाने का मंत्र
    सिंदूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्।
    शुभदं कामदं चैव सिंदूरं प्रतिगृह्यताम्।।
  3. गणेश जी का मंत्र
    वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
    निर्विघ्नं कुरूमे देव, सर्व कार्येषु सर्वदाः।।
  4. माता पार्वती का मंत्र
    ओम पार्वत्यै नमः
    ओम उमाये नमः
    या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:
  5. भगवान शिव का मंत्र
    ओम नम: शिवाय
    ओम महेश्वराय नमः
    ओम पशुपतये नमः
  6. मनचाहे वर के लिए मंत्र
    हे गौरी शंकर अर्धांगिनी यथा त्वं शंकर प्रिया।
    तथा माम कुरु कल्याणी कांतकांता सुदुर्लाभाम्।।
  7. पति के दीघार्यु के लिए मंत्र
    नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा।
    प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।

मंत्र उच्चारण के नियम
अगर आपको इन मंत्रों का जाप करते समय किसी तरह की समस्या आती है या फिर संस्कृत के मंत्रों का सही उच्चारण नहीं कर सकते, तो ऐसे में किसी योग्य पंडित से भी मंत्रों का जाप करवाया जाता है. अगर ऐसा भी संभव न हो तो पूजा के दौरान भगवान शिव, मां पार्वती और गणेश जी का चालीसा पढ़ लें. इस दिन हरतालिका तीज व्रत कथा सुनें और अंत में तीनों की आरती अवश्य करें. आखिर में अपनी इच्छा मां पार्वती के समक्ष रखें और हाथ जोड़कर उसे पूरा करने की प्रार्थना करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. NEWSTODAY इसकी पुष्टि नहीं करता है.)