रायपुर / छत्तीसगढ़ में भी कई विशिष्ट जनों के ईमेल अकाउंट हैक होने की खबरे आ रही है | यह भी बताया जा रहा है कि राज्य का साइबर सेल हाथ पर हाथ धरे बैठा है | उसे शिकायतकर्ताओं का इंतजार है | जबकि सोशल मीडिया , अख़बारों और ट्विटर के जरिये कई पीड़ित यह जानकारी साझा कर रहे है | इसके बावजूद साइबर सेल का मामलों का संज्ञान ना लेना उसकी निष्क्रियता बताता है | ताजा मामला वरिष्ठ आईएएस अफसर डाॅक्टर कमलप्रीत सिंह के ईमेल एकाउंट हैक होने का है | उन्होंने इसकी जानकारी खुद ट्वीट कर दी है | कमलप्रीत सिंह ने लोगों से भी आग्रह किया है कि उनके ईमेल से पैसे मांगने जैसे दूसरी तरह के भेजे गए मेल को नजरअंदाज किया जाए | दरअसल ई-मेल अकाउंट के जरिये ही सोशल मीडिया के एकाउंट जुड़े होते हैं, लिहाजा हैक किये जाने पर सोशल मीडिया में ही छेड़खानी संभव है |
सामान्य प्रशासन और खाद्य विभाग के सचिव डाॅक्टर कमलप्रीत सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडलर के जरिए उस ईमेल को भी साझा किया है, जिसे हैक कर लिया गया है | उन्हें इसका पता तब पड़ा जब किसी अन्य व्यक्ति ने उन्हें फोन कर इसकी जानकारी दी |
सिर्फ कमलप्रीत ही नहीं बल्कि कई व्यापारियों , उद्योगपतियों और विशिष्ट लोगों ने भी उनके अकाउंट हैक होने की जानकारी सोशल मीडिया में साझा की है | इन्ही में से एक प्रवीण चौबे है | कारोबारी चौबे के मुताबिक उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर किसी शख्स ने उनके परिचितों से आर्थिक सहायता मांगी है | हैकर ने कहा कि वे लॉकडाउन के चलते आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके है इसलिए कुछ रकम उधार देकर सहायता करे | हैकर ने अपना अकाउंट नंबर भी साझा किया था | चौबे ने बताया कि वे शिकायत लेकर रायपुर के सिविल लाइन थाने भी गए थे | लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई | आखिरकर उन्होंने एक अन्य फेसबुक अकाउंट और वाट्सएप के जरिये उनसे जुड़े लोगों को अकाउंट हैक होने की जानकारी दी |
छत्तीसगढ़ में हैकरों ने अचानक हमला बोला है | वे फर्जीवाड़े के जरिये लोगों को चूना लगाने में जुटे है | फेसबुक और इंस्टा को हैक कर मदद के नाम पर कई लोगों से रकम डिमांड की जा रही है | ऐसे समय साइबर सेल का सक्रीय होना जरुरी है |