रायपुर / बिलासपुर : केबल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा को ओलम्पिक संघ से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। बताते है कि राष्ट्रीय स्तर पर ओलम्पिक संघ की सरेराह इज्जत नीलाम होने के चलते एसोसिएशन को कड़े फैसले के दौर से गुजरना पड़ रहा है, खिलाडियों के बीच संघ की इज्जत कायम रखने के लिए इन दिनों छत्तीसगढ़ ओलम्पिक संघ के फैसले सुर्ख़ियों में है।
ताजा मामला ओलम्पिक संघ के नए अध्यक्ष की ताजपोशी से जुड़ा है,एक जानकारी के मुताबिक विधायक देवेंद्र यादव नए अध्यक्ष बनाए गए है। इस संबंध में एक प्रेस नोट भी सोशल मीडिया में तैर रहा है,हालांकि इस प्रेस नोट के आधिकारिक होने की पुष्टि News Today Chhattisgarh नहीं करता।
अलबत्ता आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के कई जिलों में नान घोटाले और आबकारी घोटाले की रकम से भू-माफियाओं ने बड़ा निवेश रियल स्टेट,होटलो और कारोबार में किया है। बताते है कि पिछले 4 सालो में प्रदेशभर में अरबो की विवादित संपत्ति की खरीद फरोख्त और सरकारी जमीनों पर बेजा कब्जे अनिल टुटेजा एंड संस और उनके गुर्गो ने किया है। इसके चलते छत्तीसगढ़ शासन को बड़ा खामियाजा भोगना पड़ा है।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के दर्जनभर जिलों में ढेरो वैधानिक शिकायतों के बावजूद अनिल टुटेजा के गुर्गो के खिलाफ स्थानीय पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। न्यूज़ टुडे को प्राप्त हजारो दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य चीख-चीख कर बताते है कि पीड़ित न्याय की गुहार लगाते रहे और खाकी वर्दीधारी लठैत पीड़ितों को टुटेजा का फरमान सुनाते रहे, बताते रहे कि केबल कारोबार में एकाधिकार और सरकारी -गैरसरकारी जमीनों पर बेजा कब्जा साहब का असली गोरखधंधा है।
पीड़ितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार टुटेजा के टुल्लुओं की असलियत भरी शिकायतों को नजरअंदाज कर खाकी वर्दी ने उल्टा उनके खिलाफ ही मुकदमा ठोक दिया है, कोर्ट कचहरी का चक्कर काटते उनका बुरा हाल है, पीड़ितों की माने तो खाकी वर्दी देखकर टुटेजा के लठैतो और पुलिस में फर्क कर पाना बड़ा मुश्किल कार्य है।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेशभर के कई थानों में टुटेजा के गुर्गो के खिलाफ केबल कारोबार की लूटपाट, अवैध शराब का कारोबार, विवादित सम्पत्तियो की खरीद फरोख्त, गरीब बेबस लाचार लोगो की जमीनों पर अवैध कब्जे, तंत्र मंत्र के सहारे सालो पहले अल्लाह को प्यारे हो गए लोगो को वापिस अदालत में पेश कर पुनर्जन्म की थ्योरी की वैज्ञानिक पुष्टि जैसे चमत्कारिक कार्यो की शिकायते पीड़ितों ने दर्ज कराई है। लेकिन इन शिकायतों पर FIR दर्ज करना तो दूर शिकायतों का नष्टीकरण कर दिया गया है।
जानकार बताते है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” का नारा भी कांग्रेस के अब होगा न्याय की भेंट चढ़ गया है। बताते है कि दोनों ही योजनाओ के हितग्राहियों में सिर्फ बघेलखण्ड में शामिल लाभार्थी ही है।
बताया जाता है कि खेल संघो से गुरुचरण सिंह होरा की छुट्टी खेल संघो को राजनैतिक अपराधों और कई विवादों से जोड़कर देखा जा रहा है। वायरल प्रेस नोट बताता है कि अपराधों के सरदार को लेकर ओलम्पिक संघ में भी खींचतान मची हुई है, भुक्तभोगियों को यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में अपराधों का असरदार-आखिर कौन सरदार है ?