
गुजरात के मोडासा में 23 जुलाई 2025 को किसानों और पशुपालकों की महापंचायत ने राज्य की राजनीति में नई गर्माहट भर दी। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस सभा से BJP सरकार पर सीधा हमला किया। केजरीवाल ने कहा कि “गुजरात में भाजपा का अहंकार और भ्रष्टाचार अब चरम पर है और जनता ही इसका अंत करेगी।”
केजरीवाल ने साबर डेयरी के बाहर लाठीचार्ज में मारे गए किसान अशोक चौधरी के लिए एक-एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की और सरकार को किसान विरोधी बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों को मिलने वाला बोनस और लाभांश इस बार घटाकर आधा कर दिया गया है, जबकि पैसे नेताओं की ऐशोआराम में खर्च किए जा रहे हैं।
उन्होंने सहकारी समितियों में फैट टेस्टिंग घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार कर किसानों को ठगा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार आंदोलन कर रहे किसानों की बात सुनने की बजाय लाठी और आंसू गैस से जवाब दे रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।
सभा में भगवंत मान ने भी भाजपा को चेताया कि “अब आप पार्टी किसानों के साथ खड़ी है।” उन्होंने पंजाब मॉडल की सफलता गिनाते हुए कहा कि गुजरात में भी मुफ्त बिजली, बेहतर MSP और सिंचाई सुविधाएं लाएंगे।
सभा के अंत में दोनों नेताओं ने कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि “अब गुजरात बदलाव चाहता है और आम आदमी पार्टी ही उसका मजबूत विकल्प है।”