लोकसभा में कांग्रेस के चार सांसदों का निलंबन वापस लिए जाने के बाद महंगाई पर चर्चा शुरू हुई. कांग्रेस (Congress) सांसद मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने महंगाई पर चर्चा की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि देश में पिछले 14 महीनों से महंगाई (Inflation) दर दहाई अंक में है, यह 30 साल में सबसे ज्यादा है. उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक आसमान छू रहा है. चावल, दही, पनीर और पेंसिल और शार्पनर जैसी दैनिक उपयोग की चीजों पर जीएसटी (GST) बढ़ा है. सरकार ने बच्चों को भी नहीं बख्शा.
मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार ने भले ही अपने बजट में सुधार किया हो, लेकिन इसने देश भर के घरों के बजट को बर्बाद कर दिया है. आज की अर्थव्यवस्था आठ साल के आर्थिक कुप्रबंधन का नतीजा है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि सरकार अपना खजाना भरती रही और जनता की जेब कम करती रही.
महंगाई के मुद्दे को लेकर हुआ था विरोध
महंगाई पर चर्चा से पहले आज कांग्रेस के चार सांसदों का निलंबन वापस लिया गया. विरोध करने और सदन के अंदर तख्तियां ले जाने के लिए कांग्रेस सदस्यों को पिछले सोमवार को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. इन सांसदों ने महंगाई के मुद्दे को लेकर ही विरोध किया था. इन सांसदों का निलंबन वापस लेने के बाद सदन में गतिरोध समाप्त खत्म क्योंकि दोनों पक्ष महंगाई पर चर्चा को तैयार थे.
सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने कहा, “मैं सदन के सभी दलों से अनुरोध करूंगा कि तख्तियां सदन के अंदर नहीं लानी चाहिए. अगर सांसदों द्वारा तख्तियां लाई जाती हैं, तो मैं न तो सरकार की सुनूंगा और न ही विपक्ष की और निश्चित रूप से कार्रवाई करूंगा. मैं उन्हें आखिरी मौका दे रहा हूं.” सरकार ने विपक्ष को आश्वासन दिया था कि सोमवार को लोकसभा (Lok Sabha) में महंगाई पर चर्चा होगी, लेकिन विपक्षी दलों के विरोध के बीच आज सदन को दिन में दो बार स्थगित करना पड़ा. हालांकि बाद में महंगाई (Inflation) पर चर्चा के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई.
