सरकार की बड़ी ‘डिजिटल स्ट्राइक’! कबाड़ हो जाएंगे ये फोन्स, जानिए क्या रही वजह

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भारत में स्कैम्स की संख्या बढ़ती जा रही है. सरकार भी इसको रोकने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है. गर्मी आते ही चिंता रहती है कि कहीं बिजली न कट जाए. इसका फायदा स्कैमर्स भी उठा रहे हैं. Electricity KYC Scam Update नाम का स्कैम सामने आया. जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है. भारत में दूरसंचार विभाग (DoT) ने 392 मोबाइल फोन को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है. इन मोबाइल फोन का इस्तेमाल बिजली केवाईसी अपडेट घोटाले में किया जा रहा था.

कैसे काम करता है Electricity KYC update scam?
कुछ धोखेबाज बिजली कंपनी के अधिकारी बनकर लोगों को SMS और WhatsApp के जरिए मैसेज भेज रहे हैं. ये फर्जी मैसेज लोगों को उनकी KYC (Know Your Customer) जानकारी अपडेट करने के लिए कहते हैं, नहीं तो बिजली काट दी जाएगी. इन मैसेज में अक्सर ऐसे लिंक होते हैं जिन्हें क्लिक करने पर आपका नुकसान हो सकता है, या फिर आपसे आपकी निजी जानकारी मांगी जाती है. ये जानकारी फिर धोखेबाज पैसा कमाने के लिए इस्तेमाल करते हैं.

सरकार को इन धोखेबाजों को पकड़ने में ‘चक्षु’ ऐप बहुत मददगार साबित हुआ है. ये एक सरकारी ऐप है जिस पर लोग किसी भी संदिग्ध फोन कॉल या मैसेज की शिकायत दर्ज करा सकते हैं. हाल ही में लोगों ने बिजली KYC अपडेट घोटाले से जुड़ी बहुत सी शिकायतें ‘चक्षु’ ऐप पर दर्ज कराई थीं. इन शिकायतों पर ध्यान देते हुए, सरकार ने ‘चक्षु’ ऐप पर ही एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रणाली का इस्तेमाल किया. इस AI प्रणाली ने जांच करके 392 मोबाइल फोन और 31,740 से ज्यादा मोबाइल नंबरों का पता लगाया जो इस घोटाले में शामिल थे. इसके बाद, दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम कंपनियों को पूरे देश में इन मोबाइल नंबरों और फोन को ब्लॉक करने का आदेश दिया.

Electricity KYC update scam से कैसे बचें?

  • बिजली विभाग से होने का दावा करने वाले मैसेज में किसी भी लिंक को क्लिक न करें या अटैचमेंट डाउनलोड न करें.
  • बैंक डिटेल्स, OTP या अकाउंट नंबर जैसी व्यक्तिगत जानकारी कभी भी मैसेज में न दें.
  • संदेह होने पर सीधे अपने बिजली विभाग की वेबसाइट या फोन नंबर पर संपर्क करें.
  • KYC अपडेट के बारे में जानकारी पाने के लिए अपने बिजली विभाग की वेबसाइट या सोशल मीडिया पेज देखें.
  • अपने ऑनलाइन बिजली बिल खाते के लिए मजबूत पासवर्ड इस्तेमाल करें और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें.