भोपाल वेब डेस्क / मध्यप्रदेश में कोरोना रोजाना लोगों को अपना शिकार बना रहा है | राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 183 पार करने के बाद सरकार सख्त हो गई है | राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को लेकर शनिवार को कहा कि राज्य में कोई भी छोटा या बड़ा कार्यक्रम नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होगा तो आयोजकों को जेल भेजा जाएगा।
सीएम ने जोर देते हुए फिर कहा कि मैं एक बार फिर दोहरा रहा हूं कि कोई भी समारोह, बड़ा या छोटा, आयोजित नहीं होना चाहिए। यदि कोई इस तरह के कार्यों का आयोजन करता है या चिकित्सा प्रक्रिया में बाधा डालता है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा।
सीएम चौहान ने कहा कि लोगों को अपनी जानकारी का खुलासा करने के लिए खुद से आगे आना चाहिए लेकिन वे हिचकिचा रहे हैं, इसलिए कोरोना वायरस फैलता जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों की तरफ से सहयोग की कमी थी। आप इंदौर में कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में इस मुद्दे को देखेंगे। लोग यह जांच के लिए भी समस्याएं पैदा कर रहे हैं ताकि स्वास्थ्य कर्मचारी वहां न पहुंच सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जान बचाना महत्वपूर्ण है इसलिए स्वास्थ्य कर्मचारी उन इलाकों में हमला होने के बाद भी जांच के लिए वापस चले गए। मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे अपनी जान से खिलवाड़ ना करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई एक वायरस वाहक बन जाता है, तो वह कई अन्य लोगों को प्रभावित करेगा। हमने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। हमने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लागू किया।
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सीएम ने कहा कि हम किसी को भी मानव जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे। हमने 57 विदेशी जामातियों की पहचान की। वे टूरिस्ट वीजा पर आए और वाहक होते हुए किसी को बिना बताए इधर-उधर चले गए। इसलिए उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम उन सभी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो कोरोना वायरस को रोकने में बाधा बनते हैं। हम किसी को भी नहीं बख्शेंगे। हम राज्य में लॉकडाउन को लेकर ड्रोन का उपयोग करके भी निगरानी रखेंगे।