अंबिकापुर / छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में छह साल का एक बच्चा अपने ही पिता की क्रूरता का शिकार हुआ है | इस बच्चे पर मिटटी तेल छिड़ककर उसके पिता ने आग लगा दी और घर का दरवाजा बंद कर भाग निकला | पीड़ित बच्चे की रोने चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने उस घर के बंद दरवाजे को खोला | जब तक पडोसी दरवाजा खोलते तब तक यह बच्चा ऊपर से नीचे तक झुलस चूका था | गंभीर हालत में उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है | बताया जाता है कि पति-पत्नी के तलाक के बाद पीड़ित बच्चा पिता के पास निवासरत था | उधर डेढ़ साल पहले उसकी मां ने पुनर्विवाह कर लिया था |
गांधीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम घंघरी में पत्नी को तलाक देने के बाद छह वर्षीय पुत्र के साथ रह रहे पिता ने केरोसिन डालकर अपने ही पुत्र को जिन्दा जलाने की कोशिश की | कमरे से धुंआ उठता देख परिजनों व पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ मासूम को बाहर निकला | फ़िलहाल मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में छह वर्षीय मासूम पंकज गोंड जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है |
बताया जाता है कि ग्राम घंघरी निवासी राजाराम गोंड ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था | तलाक के बाद पत्नी छह वर्षीय पुत्र के साथ रह रही थी और ग्राम करवां निवासी एक युवक से शादी रचा ली थी | यह बात राजाराम को नागवार गुजरी | वह पत्नी के पास से मासूम पुत्र पंकज को अपने साथ ले आया था | परिजनों ने बताया कि पिता ने पंकज के ऊपर मिटटी तेल डाल दिया और आग लगा उसे कमरे के भीतर बंद कर दिया | कमरे के भीतर मासूम जान बचाने के लिए चीखने -चिल्लाने लगा | मासूम की आवाज सुन पडोसी मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर पंकज को बाहर निकाला | इसके बाद परिजनों ने तुरतं उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया | जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है |