आजकल लोग फोन पर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं. ऐसे में सरकार ने एक नया नियम बनाया है. अब से, बैंकों की तरफ से आने वाली सभी कॉल का नंबर ‘160’ से शुरू होगा. इससे लोग असली कॉल और नकली कॉल को पहचान पाएंगे. अब धोखेबाज बैंकों का नंबर दिखाकर लोगों को धोखा नहीं दे पाएंगे.
नकली और धोखाधड़ी कॉल की बढ़ती लहर का मुकाबला करने के लिए TRAI ने प्रमुख बैंकों के साथ साझेदारी में, 160 को उपसर्ग के रूप में जोड़ने का नियम बनाया है. अब से, बैंकों की तरफ से आने वाली सभी कॉल का नंबर ‘160’ से शुरू होगा. इससे लोग असली कॉल और नकली कॉल को आसानी से पहचान पाएंगे.
आज कल डीपफेक, फेक ड्रग्स स्कैम, मनी ट्रांसफर कॉल्स, सेक्स रैकेट स्कैम और भी कई स्कैम्स सुनने में आ रहे हैं. जो निश्चित रूप से एक स्पाइक है और यह प्रमुख रूप से बैंक ग्राहकों को लक्षित करने वाले डेटाबेस का उपयोग कर रहा है. इस तरह की धोखाधड़ी तेजी से फैल रही है. ऐसे में 160 डिजिट से शुरू होने वाला नंबर गेम चेंजर साबित हो सकता है.
अगर आपको किसी बैंक से कॉल आता है और उसका नंबर ‘160’ से शुरू नहीं होता है, तो समझ जाइए कि ये कॉल झूठी हो सकती है. ऐसे में आपको तुरंत फोन काट देना चाहिए. आपको कभी भी किसी को अपना OTP, PIN, या बैंक अकाउंट नंबर नहीं बताना चाहिए, खासकर फोन पर. अगर आपको लगता है कि आपको धोखा दिया जा रहा है, तो आप इसकी शिकायत बैंक या साइबर क्राइम पोर्टल पर कर सकते हैं.