भारतीयों के लिए खुश-खबरी : कफाला सिस्टम में सऊदी अरब ने बरती नरमी , बड़े फैसले का किया एलान , पीएम मोदी से चर्चा के बाद बदला नियम , लाखों भारतीय कामगारों को होगा फायदा

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नई दिल्ली / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीयों के हितों के संरक्षण वाला प्रयास रंग लाया है | मोदी ने सऊदी अरब की सरकार से कफाला सिस्टम में सुधार लाने के लिए काफी जोर दिया था | आखिरकार शेख ने विदेशी कामगारों के लिए अनुबंध पाबंदियों में छूट देने का एलान किया है | सऊदी सरकार ने इस दिशा में एक अहम फैसला लिया है ,  इसके तहत, कामगारों को सऊदी में रहते हुए अपनी नौकरी बदलने की अब आजादी दी गई है | सऊदी अरब के मानव संसाधन मंत्रालय ने इसका एलान किया है | उसके मुताबिक यह फैसला वर्ष 2021 के मार्च माह से लागू हो जाएगा | इसका सीधा फायदा उन भारतीयों को होगा जो सऊदी अरब में कामकाज में जुटे है |  

क्या है कफाला : सऊदी के कफाला सिस्टम के तहत, प्रवासी कामगारों के पास कोई अधिकार नहीं होता है कि अपने नियोक्ता के शोषण से बच सकें | किसी भी कामगार को नियोक्ता की अनुमति के बगैर देश छोड़ने और नौकरी बदलने तक का अधिकार नहीं होता है. ऐसे में विदेशी कामगारों के साथ मनमानी और शोषण होता है | उनसे कई घंटों तक काम कराया जाता है , और नियोक्ता वेतन देने में आनाकानी करते हैं | कफाला सिस्टम के तहत नियोक्ताओं को यह अधिकार मिला हुआ था कि वो विदेशी कामगारों को नौकरी नहीं बदलने देंगे और देश छोड़कर जाना भी उनकी मर्जी पर निर्भर होगा | सिस्टम में इस सुधार का फायदा एक करोड़ों विदेशी कामगारों को मिलेगा जो सऊदी अरब की कुल आबादी के एक तिहाई बताया जाता हैं |  

कफाला में सुधार को लेकर अपनी विदेश यात्राओं में पीएम मोदी ने काफी जोर दिया था |  सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान  ने इसे अपने विजन 2030 का हिस्सा बताया है | सलमान चाहते हैं कि सऊदी अरब विदेशी निवेशकों के लिए अहम ठिकाना बने | यहां निजी सेक्टर विस्तार हो , ताकि सऊदी की अर्थव्यवस्था में तेल पर निर्भरता को कम किया जा सके | अरब के कतर में 2022 फीफा विश्व कप की मेजबानी भी होने जा रही है | लिहाजा कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए कतर ने भी श्रम कानूनों को उदार बनाये जाने की घोषणा की है | कफाला में हालिया सुधार से विदेशी कामगारों खासतौर पर भारतीयों को सीधा फायदा मिलेगा | यहां शिपिंग और अन्य इंडस्ट्री में भारतीयों की तादाद काफी है | वे कफाला को पूरी तरह से खत्म करने की मांग कर रहे है |  

सऊदी के मानव संसाधन मंत्रालय के उपमंत्री अब्दुल्लाह बिन नासीर ने एलान किया है कि मार्च माह से अब विदेशी कामगार बिना नियोक्ता की अनुमति के सऊदी अरब छोड़कर अपने देश या अन्यत्र कही भी जा सकते हैं | उन्होंने कहा कि नियोक्ता मतलब है कि जो उनका मालिक है या जहां नौकरी करते हैं. नासीर ने कहा कि सऊदी ने यह फैसला बाजार को आकर्षक बनाने के लिए किया है ताकि विदेशी श्रमिकों को बुलाया जा सके |