Site icon News Today Chhattisgarh

अच्छी खबर : सूर्योदय से पहले पांच ग्रहों ग्रहों बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को बिना दूरबीन के देख सकेंगे, सूर्योदय के सिर्फ 45 मिनट पहले, आसमान में चारों दिशा पर गड़ाये नजरे, खगोलीय घटनाओं के बाद ये पांच ग्रह आये पृथ्वी के करीब, वैज्ञानिकों के इस दावे के बाद कई लोगों को सच में दिखे पांचों ग्रह, इस नज़ारे को देखने के लिए अलसुबह उठने लगे लोग

दिल्ली वेब डेस्क / वैज्ञानिकों के एक दावे ने कई लोगों को सुबह उठने पर मजबूर कर दिया है | लोग गवाही दे रहे है कि यह वाकई आश्चर्यजनक घटना है | दरअसल एक असाधारण खगोलीय घटना के तहत पांच ग्रहों को अपनी आंखों से देखे जाने का दावा किया जा रहा है। इस दावे में यह भी कहा गया है कि इसके लिए किसी दूरबीन की जरूरत नहीं पडे़गी। वैज्ञानिक के मुताबिक यह नजारा धरती के किसी भी हिस्से से सूर्योदय होने से पहले 45 मिनट तक देखा जा सकेगा। भारत में तेलंगाना के एक वैज्ञानिक के इस दावे को विदेशों के कई वैज्ञानिकों ने परखने के बाद खुद भी यह दावा किया है। उनके मुताबिक ये सभी पांच ग्रह अभी दिखाई दे रहे है |

दरअसल तेलंगाना के वैज्ञानिक बीजी सिद्धार्थ ने दावा किया है कि कोई भी व्यक्ति सौरमंडल के पांच ग्रहों बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को अपनी सामान्य आंखों से चमचमाते हुए देख सकता है। उनके मुताबिक इसे दिन और देर रात तक नहीं देखा जा सकता । यह सिर्फ सूर्योदय के 45 मिनट पहले ही दिखाई पड़ रहे है | उसके बाद सूर्य की रौशनी में ओझल हो जाते है | उनके मुताबिक रविवार से शुरू हुए इस अद्भुत खगोलीय नजारे को सूर्योदय से ठीक पहले देखा जा सकता। हालाँकि मौसम साफ़ रहने पर यह नजारा देर रात में भी दिखाई दे सकता है |

हालांकि, कुछ खगोलशास्त्री यह भी कह रहे है कि इस नजारे को देखने का सबसे उपयुक्त समय सूर्योदय से ठीक 40 मिनट पहले ही है | उनके मुताबिक सूर्योदय होने के पांच मिनट बाद तक भी सभी पांचों ग्रह देखे गए है | विशेषज्ञों के मुताबिक, यह घटना कई वर्षों बाद सामने आ रही है | उनके मुताबिक आसमान में 20 से 25 जुलाई के बीच प्रतिदिन इसे देखा जा सकता है। उनके मुताबिक इस नज़ारे को देखने से आप वंचित रह जाते है तो फिर दो साल का इंतजार करना पड़ेगा। ग्रहों की ऐसी स्थिति का योग दो साल बाद फिर बनने के आसार है |

खगोलशास्त्री जेफ्री हंट ने कहा है कि मंगल ग्रह दक्षिण में चमकता दिखेगा। जबकि, शुक्र ग्रह उत्तर पूर्व में दिखेगा। वहीं, बृहस्पति और शनि ग्रह दक्षिण पश्चिम दिशा में टिमटिमाते नजर आएंगे। जबकि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा है कि आकाश में सबसे ऊंचा चमकता तारा मंगल ही होगा। उसके मुताबिक सौरमंडल के बाकी ग्रहों यूरेनस, नेप्चून और प्लूटो को दूरबीन से देखे जा सकते है | उन्हें खुली आंख से नहीं देखा सकेंगे।

Exit mobile version