नई दिल्ली / दिवाली से पहले बैंक यूनियन और इंडियन बैंकिंग एसोसिएशन (आईबीए) के बीच बैंककर्मियों के वेतन को लेकर चल रही समझौता वार्ता बुधवार को पूरी हो गई | इससे देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कार्यरत करीब 8.5 लाख कर्मियों के वेतन में 15 फीसदी वेतनवृद्धि का तोहफा मिला है। भारतीय बैंक संघ की कर्मचारी व अधिकारी संघों के साथ वार्ता के बाद यह सहमति बनी।

इस फैसले से बैंकों पर 7,898 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा। आईबीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता ने बुधवार को कहा, भारतीय बैंक संघ यूनियनों और अधिकारी संघों के साथ वेतनवृद्धि वार्ता सहमति से संपन्न होने की घोषणा करता है।यह समझौता सैलरी स्लिप में 15 फीसदी की वृद्धि प्रदान करता है | यह वृद्धि एक नवंबर 2017 से लागू होगी और पांच साल तक के लिए मान्य होगी | बैंककर्मियों को 36 महीने का एरियर भी मिलेगा |

सार्वजनिक, निजी और विदेशी बैंकों सहित लगभग 37 बैंकों ने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि पर यूनियनों के साथ बातचीत करने के लिए आईबीए को अधिकृत किया था | नए वेतनमान से बैंकों के ऊपर सालाना 7 हजार 898 करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च आएगा| आईबीए ने आगे कहा कि बैंककर्मियों को प्रदर्शन के आधार पर पुरस्कृत करने के लिए पहली बार प्रदर्शन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को शुरू किया जा रहा है | यह योजना चालू वित्त वर्ष से प्रभावी होगी | बैंक कर्मचारियों को इस वेतन समझौते का नवंबर 2017 से इंतजार था | इसके लिए बैंक संगठनों ने कई आंदोलन और हड़ताल तक की |
