लखनऊ वेब डेस्क / लखनऊ के एक गार्डन में सुबह – सुबह चार भूत पुलिस के हत्थे चढ़े है | बताया जाता है कि सुबह 5 बजे इस गार्डन में मॉर्निंग वाक पर आये कई लोग इन भूतों को देखकर डर सहम गए | मॉर्निंग वॉक करने आए दर्जनों लोगों ने इन भूतों को देखा, वे सहम कर भागने-दौड़ने लगे। इस नज़ारे को एक स्थानीय निवासी बुजुर्ग दंपति ने भी देखा | उनकी सांसे फूल गई | बुजुर्ग दंपति इस कदर सहम गए कि उनकी धड़कनें बढ़ गईं थी। वे दोनों शोर मचाते हुए बेतहाशा भागे और गिरते-गिरते बचे। पार्क में मौजूद अन्य लोगों ने दंपति को संभाला और उन्हें सच्चाई से अवगत कराया। दरअसल कुछ लोगों ने दो भूतों को इस घटना का वीडियो बनाते देखा | वे समझ गए कि कोई शरारत कर रहा है |
करीब से जाकर लोगों ने जब उन्हें देखा तो उन्हें चारों युवकों के चेहरे पर हॉरर मास्क लगा हुआ दिखाई दिया | तब तक कई लोग पुलिस को सूचना दे चुके थे | मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों की निशान देही पर चारों युवकों को गिरफ्तार कर लिया | उन पर सार्वजनिक स्थान पर दहशत फैलाने के आरोप में कार्रवाई की गई है |
पुलिस हिरासत में चारों आरोपियों ने बताया कि वे पार्क में हॉरर मास्क पहनकर वीडियो बना रहे थे। उनके मुताबिक टिकटॉक पर हॉरर वीडियो लोड करने के मकसद से वे यहाँ पहुंचे थे | टिकटॉक वीडियो पर लंबे समय से छिड़े विवाद के बीच लखनऊ में कार्रवाई का यह पहला मामला है।
इंस्पेक्टर आशियाना संजय राय ने न्यूज़ टुडे को बताया कि शारदानगर के रजनीखण्ड में रहने वाले मोनू यादव और सोनू यादव सगे भाई हैं। दोनों पर टिकटॉक वीडियो बनाने का खुमार चढ़ा है और वह लोग अक्सर नये-नये वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया करते हैं। सुबह पांच बजे वह दोनों अपने दोस्तों अनूप और अमित के साथ टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए रतनखण्ड स्थित पार्क में पहुंचे थे। वहां उन लोगों ने हॉरर फेस मास्क पहनकर पहले एक-दूसरे को डराते हुए वीडियो बनाया। इसके बाद चारों को शरारत सूझी और उन लोगों ने पार्क में टहल रहे लोगों को डराना शुरू कर दिया |
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मौके पर पहुंची आशियाना पुलिस सोनू, मोनू, अमित और अनूप को गिरफ्तार कर थाने ले आई। उधर हवालात की सैर करते ही चारों आरोपियों का टिकटॉक वीडियो बनाने का बुखार उतर गया। उन्होंने अपनी गलती मानते हुए आइंदा से ऐसी हरकत न करने की कसम खाई। हालाँकि पुलिस मामला दर्ज कर चुकी थी | इस बीच उनके परिवारीजन भी थाने पहुंच गए। अभिभावकों ने अपने बच्चों की इस हरकत को मामूली बताते हुए पुलिस पर उन्हें छोड़ने के लिए दबाव बनाया। लेकिन, पुलिस ने मामले को गंभीरता को देखते हुए कोई ढील नहीं बरती। फ़िलहाल उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश किया गया है |