फरीदाबाद वेब डेस्क / दिल्ली के मशहूर गारमेंट एक्सपोर्टर अतुल त्यागी ने आत्महत्या कर ली है | होटल के एक कमरे से उनकी लहूलुहान लाश पुलिस ने अपने कब्जे में ली है | पुलिस के मुताबिक अतुल ने अपनी डायरी में 17 पेज का सुसाइड नोट लिखा है। जांच के दौरान पुलिस ने होटल के कमरे से शराब की एक खाली बोतल भी बरामद की है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह बुधवार शाम से ही वहां शराब पीने लगे थे। रात को 12.30 बजे के करीब अतुल त्यागी की अपनी पत्नी से बात हुई थी। उसके बाद उनका फोन नहीं उठा। पुलिस मान रही है कि पत्नी से बात होने के बाद उन्होंने अपने हाथ की नस कट ली होगी। होटल डिलाइट के मालिक सोनू भाटिया ने पुलिस को बताया कि अतुल त्यागी ने शाम करीब 5.30 बजे चेक इन किया था।
कारोबारी के दोस्त अधिवक्ता अनिल पाराशर ने बताया कि अतुल त्यागी काफी हंसमुख और मिलनसार स्वभाव का था। वो सभी से काफी गर्मजोशी के साथ मिलता था। वह आत्महत्या जैसा कदम उठा लेगा, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। पाराशर के अनुसार कमरे से मिली अतुल त्यागी की डायरी में 17 पेज का सुसाइड नोट पुलिस को मिला है। अंतिम पेज पर अतुल ने उनके नाम का उल्लेख करते हुए लिखा है कि वकील साहब मेरे भाई व बच्चों का ध्यान रखना। यह बताते हुए पाराशर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि अतुल त्यागी का परिवार ही नहीं बल्कि उसके कारोबारी दोस्त भी इस घटना से हैरत में है |
सुसाइड नोट में इसके अलावा अतुल ने और क्या लिखा है इसकी जानकारी होने से पराशर ने इंकार किया है। थाना कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार ने इस बारे में मीडिया को कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। सुसाइड नोट को लेकर बरती जा रही गोपनीयता से सवाल उठ रहा है कि 17 पेज में अतुल ने ऐसा क्या लिखा कि पुलिस उसे छिपाने में लगी हुई है। नोट के आखिरी पन्ने पर अपने एक वकील दोस्त का नाम लिखकर अतुल ने उसके लिए एक संदेश दिया है। ऐसे में कारोबारी की डायरी से कई राज खुलने की उम्मीद है। हालांकि उस डायरी में क्या लिखा है, पुलिस उसे छिपाने में लगी है। थाना कोतवाली पुलिस के अलावा सीनियर अफसर भी सुसाइड नोट को जांच का विषय बताकर कुछ भी बताने से इंकार कर रहे है।
अतुल के भाई गौरव त्यागी ने बताया कि वर्ष 2016 में नोएडा स्थित उनकी फैक्ट्री में आग लग गई थी। इस घटना में फैक्ट्री पूरी तरह से जलने से उन्हें काफी नुकसान हुआ था। जैसे तैसे दोबारा फैक्ट्री खड़ी की गई, मगर कारोबार में लगातार घाटा हो रहा था। दो-तीन माह पहले ऋण के कारण बैंक ने उनके अकाउंट भी फ्रीज करवा दिए थे, जिसके बाद से परेशानी और ज्यादा बढ़ गई थी। फैक्ट्री में हो रहे घाटे से अतुल त्यागी काफी परेशान थे |उन्होंने अंदेशा जाहिर किया कि इन्ही कारणों से उन्होंने आत्महत्या की होगी |