सूरजपुर / छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में 17 साल की नाबालिग युवती से गैंगरेप का मामला सामने आया है। 5 आरोपियों ने पीड़ित को 29 दिसंबर को अगवा किया था। आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की फिर उसे एक गांव में ले गए, जहां एक टूटे घर में उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता किसी तरह उनके चंगुल से भाग निकली। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई हैरानी की बात यह है कि पीड़ित ने अपने पिता पर भी दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस पिता समेत सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक 29 दिसंबर को किशोर शाम 4 बजे समौली में अपनी बुआ के घर से लौट रही थी। साधन नहीं मिलने की वजह से 15 किमी पैदल ही चलती रही। इस दौरान उसे गांव के पास बाइक सवार दो युवकों ने उसे रोक लिया। उन्होंने किशोरी से मारपीट की और बाइक से अगवा कर 4 किमी दूर पर्री गांव ले गए। वहां एक टूटे मकान में उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपियों ने अपने तीन अन्य साथियों को भी बुलाया लिया। उन्होंने भी किशोरी से रेप किया। उनके चंगुल से छूटने के बाद तीन युवकों किशोरी की मदद की और उसे बस स्टैंड तक पहुंचाया। वहां से किशोरी ने घटना की जानकारी अपनी मां को दी।
इस दौरान किशोरी की मां ने पुलिस को बताया कि उसका पति शराब पीकर आए दिन विवाद करता है। इस कारण वह अपनी छोटी बेटी के साथ चिरमिरी में रहती है। वहीं बड़ी लड़की दोनों जगहों पर आती-जाती रहती थी। झिलमिली थाना पुलिस से की शिकायत में मां ने बताया कि उसका पति लंबे समय से किशोरी का दुष्कर्म कर रहा था। वहीं किशोरी ने बताया कि 18 नवंबर को पिता ने उसका रेप किया था।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि घटना के दौरान एक लड़का अपने साथी को विकास नाम से बुला रहा था। इसी नाम के आधार पर पुलिस ने सर्चिंग शुरू की और आरोपी तक पहुंची। उससे पूछताछ कर प्रमोद विश्वकर्मा को पकड़ा। वहीं मदद करने वाले लड़कों के बयान के आधार पर पुलिस ने एक अन्य आरोपी पृथ्वी देवांगन को गिरफ्तार किया। वहीं दोनों नाबालिग आरोपी अपनी नानी के घर नवापारा में छिपे हुए थे। फ़िलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।