लखनऊ : लखनऊ के जानकी मंदिर आश्रम में रहने वाली एक महिला ने नशीला पदार्थ खिलाकर सामूहिक दुष्कर्म का खुलासा किया है|उसने आरोप लगाया है कि आश्रम के महंत ने उसे जान से मारकर दफनाने की धमकी दी थी। इसके चलते वो आश्रम में ही शांत पड़ी रही|पीड़ित महिला ने घटना के करीब 11 दिन बाद गोमतीनगर थाने में चार लोगों पर FIR दर्ज कराई है।
थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्रा ने न्यूज़ टुडे को बताया कि, मूलरूप से प्रयागराज के करछना निवासी पीड़ित महिला, मथुरा के रुकमणि विहार आश्रम में रहती है।उनके मुताबिक ,प्रयागराज के माघ मेेले में लखनऊ स्थित जानकी मंदिर आश्रम में रहने वाली एक अन्य गीता नाम की महिला से उसकी मुलाकात हुई थी। पीड़िता के मुताबिक, वो रुकमणि विहार आश्रम में 20 दिन तक रही थी। इसी दौरान महंतो ने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया|
उसने बताया कि जानकी मंदिर आश्रम में उसके गुरुजी हनुमान दास महंत ने उसे बुलाया था ,वो गीता के बुलावे पर जानकी मंदिर आश्रम पहुंची थी।उसके मुताबिक चार अक्टूबर को गीता ने अपने भाई की तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए बनारस चली गई। पीड़िता का आरोप है कि रात को उसके खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया गया था ,इससे वो बेहोश हो गई ।जब होश आया तो उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे। दर्द के कारण वह सही से चल भी नहीं पा रही थी।
उसके मुताबिक दुर्वासा, छोटे मौनी, बड़े मौनी मनमोहन दास ने दुष्कर्म किया है।उसने आरोप लगाया कि शिकायत पर महंत हनुमानदास ने जवाब दिया कि मंदिर में रहना है तो ये काम चुपचाप करना पड़ेगा। उसने धमकाया कि चुप रहो नहीं तो जान से मरवा देंगे। इससे पहले भी कई लोगों का कत्ल कर दफना चुके हैं। बताया जाता है कि डरी सहमी पीड़िता ने किसी तरह आश्रम से निकल कर गोमतीनगर थाने में अपनी तहरीर दी।