लखनऊ / मुरादाबाद : उत्तर प्रदेश में मदरसों के आधुनिकीकरण की तैयारियों के बीच 5 हजार से ज्यादा मदरसों के सर्वे का काम पूरा हो चुका है | इस सर्वे में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या सर्वाधिक है | इनमे आर्थिक गड़बड़ियों के मामले सामने आने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है |

सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि ऐसे मदरसों में आय-व्यय का ब्यौरा संदिग्ध है | फिलहाल अधिकारियो का धयान इस ओर दिलाया गया है | सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद अगस्त से उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों का सर्वे शुरू किया गया था | जांच में सर्वाधिक मदरसे मुरादाबाद में पाए गए हैं, जो बिना मान्यता के संचालित किए जा रहे हैं

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने यूपी के मदरसों में यौन शोषण समेत बाल अधिकारों के उल्लंघन के मामले सामने आने के बाद बड़ा फैसला लिया था | उसने राज्य सरकार से सर्वेक्षण कराने की अपील की थी | इसके बाद शुरू हुई राजनीति में सपा ने सर्वे पर आपत्ति जताई, तो एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन अवैसी ने सर्वे को ‘मिनी एनआरसी एक्सरसाइज’ तक करार दे दिया था |

उत्तर प्रदेश में 6502 चिन्हित मदरसों में से 5200 का सर्वे पूरा हो गया है | रिपोर्ट में पाया गया है कि मुरादाबाद में 585 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, जिनकी संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा है | दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 139 मदरसे बिना मान्यता के संचालित मिले| इनमें से 76 मदरसे लोनी तहसील के हैं. वहीं, मोदीनगर तहसील के 5 और गाजियाबाद सदर तहसील के 58 मदरसे बिना मान्यता पाए गए हैं.

इसी तरह गोरखपुर में कुल 243 मान्यता प्राप्त मदरसों में से 10 अनुदानित और 142 बिना मान्यता के चल रहे हैं | इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है. इतना ही नहीं, कानपुर नगर में 86 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे पाए गए हैं | इनमें से 66 मदरसों का सर्वे पूरा हो गया है | जबकि 12 की सोसायटी रजिस्टर्ड नहीं मिली है. इसके अलावा, अयोध्या में 143 में से 55 मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं. इनमें रुदौली में 21, मिल्कीपुर में 10, सदर तहसील में 9 और बीकापुर में 6 बिना मान्यता के पाए गए |

सर्वे में पाया गया कि बिना मान्यता प्राप्त मदरसों को करोड़ों की फंडिंग मिल रही है | प्रयागराज में 269 मदरसों में से 78 मदरसे ऐसे हैं, जो मान्यता प्राप्त नहीं हैं | इनमे 78 मदरसों में लगभग 15 हजार छात्र पढ़ाई कर रहे हैं | यहाँ भी जांच में बिना मान्यता के चल रहे मदरसों में करोड़ों की फंडिंग सामने आई है |

बाराबंकी में 320 मदरसे मान्यता प्राप्त है, लेकिन 102 मदरसे बिना मान्यता के चल रहे हैं. पीलीभीत में कुल 245 मदरसों में से 220 मदरसों को ही मान्यता मिली है. बाकी 25 मदरसे रजिस्टर्ड नहीं हैं. वहीं, मुरादाबाद में 585 मदरसों में से 175 गैर मान्यता प्राप्त निकले हैं और देवबंद में 100 मदरसों का मान्यता नहीं पाई गई है | सहारनपुर में 754 में से 76 मदरसों के पास मान्यता नहीं पाई गई | यही हाल आगरा का है | यहां भी 97 मदरसों में से 10 ऐसे हैं, जिनके पास मान्यता संबंधित कोई अभिलेख नहीं पाया गया |