नई दिल्ली /रायपुर: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। आर्थिक अपराधों की आरोपी मोनिका कपूर, जो पिछले 25 वर्षों से फरार थी, अब अमेरिका से प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई ने उसे अमेरिका में हिरासत में लिया और बुधवार रात तक भारत लाया जा सकता है।
CBI ने मोनिका कपूर के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी से जुड़े एक मामले में लंबे समय से कार्रवाई की योजना बना रखी थी। अमेरिका की ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ऑफ न्यूयॉर्क ने भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी। विदेश मंत्री द्वारा इस दावे को भी खारिज किया गया कि भारत लौटने पर मोनिका को प्रताड़ित किया जाएगा।
READ MORE- https://newstodaychhattisgarh.com/ed-takes-major-action-against-farmer-leaders-raids-at-hideouts-of-many-including-bku-president-sukh-gill/#£
क्या है पूरा मामला?
1998 में, मोनिका कपूर ने अपने दो भाइयों राजन खन्ना और राजीव खन्ना के साथ मिलकर आभूषण के व्यवसाय से जुड़ी धोखाधड़ी को अंजाम दिया। तीनों ने मिलकर फर्जी एक्सपोर्ट बिल, इनवॉइस और बैंक सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कर भारत सरकार से ड्यूटी-फ्री गोल्ड इम्पोर्ट के लिए लाइसेंस (Replenishment) हासिल किए। इन्हीं लाइसेंस को उन्होंने गुजरात के व्यापारी को बेच दिया, जिससे सरकार को लगभग 1.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
CBI की जांच के अनुसार, इस मामले में 31 मार्च 2004 को दिल्ली की साकेत कोर्ट में IPC की धाराओं 120-B, 420, 467, 468, और 471 के तहत चार्जशीट दायर की गई थी। कोर्ट ने 20 दिसंबर 2017 को राजन और राजीव खन्ना को दोषी ठहराया, लेकिन मोनिका कपूर जांच और ट्रायल में शामिल नहीं हुई। इसके चलते कोर्ट ने 13 दिसंबर 2016 को उसे घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित कर दिया था।
अब क्या आगे?
भारत सरकार ने 2010 में अमेरिका को प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा था, जिस पर अब कार्रवाई होती दिख रही है। मोनिका कपूर को अब भारत लाकर अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
