रिपोर्टर_ जयप्रकाश ठाकुर
दंतेवाड़ा / छत्तीसगढ़ प्रदेश पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आह्वान पर पंचायत सचिव संघ अपने एक सूत्रीय मांग — पंचायत सचिव का 2 वर्ष परीवीक्षा अवधि पश्चात शासकीय करण करने संबंधित सभी 28 जिला मुख्यालयों में प्रांत अध्यक्ष श्री तुलसी साहू जी के आव्हान पर धरना प्रदर्शन रैली निकाली जाएगी। छत्तीसगढ़ प्रदेश पंचायत सचिव जो 29 विभाग के 200 प्रकार के कार्यों को जमीनी स्तर पर ईमानदारी पूर्वक कार्य का निर्वहन करते हुए राज्य शासन एवं केंद्र शासन के समस्त सेवाओं को लोकतंत्र के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करते हैं अभी वर्तमान में वैश्विक महामारी कोरोना कोविड-19 के संक्रमण रोकथाम में रात दिन ड्यूटी करते हुए 25 सचिव कोरोना से संक्रमित होकर स्वर्गवास हो गया, जिसे बीमा योजना की सुविधा नहीं होने के कारण मृतक सचिवों की परिवार का आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति खराब हो रहा है ।
सचिव संघ विगत 25 वर्षों से शासन प्रशासन को अवगत कराते कराते कई सचिव साथी बिना कुछ बीमा सुविधा के सेवानिवृत्त हो जाने के कारण आज सचिवों के परिवार की स्थिति खराब है।पंचायत सचिव के साथ नियुक्त कर्मचारी जैसे शिक्षाकर्मी को शासन द्वारा शासकीयकरण कर दिया गया है केवल पंचायत सचिव शासकीयकरण से वंचित है ज्ञात हो जो की पंचायत सचिवों की नियुक्ति 1995 में 500 रुपये से कार्य करते आ रहे है । 25 वर्षों से शासन प्रशासन से प्रताड़ित एवं उपेक्षित है । पंचायत सचिवों को कभी समय पर वेतन नहीं मिलता है ना ही एरियर्स राशि का भुगतान किया गया, ना ही ऑनलाइन वेतन भुगतान की सुविधा दिया गया है ।
पंचायत सचिवों को अनुग्रह राशि केवल 25000 ही दिया जाता है , जबकि अन्य विभाग के कर्मचारियों को 50000 अनुग्रह राशि दिया जाता है अंशदाई पेंशन योजना 2012 से लागू है जिनका लाभ छत्तीसगढ़ पंचायत सचिवों को आज तक नहीं मिल पा रहा है विभागीय पद में पदोन्नति एवं क्रमोन्नति का लाभ नही मिल रहा है ।
पंचायत सचिवों को शासकीयकरण करने हेतु प्रदेश के 65 सम्मानीय विधायकों द्वारा अनुशंसा पत्र शासन को प्रेषित किया जा चुका है इस समर्थन पत्र को माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने हेतु राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब सहित सभी 28 जिला मुख्यालयों में पंचायत सचिव संघ अपने शासकीयकरण की मांग को लेकर 21 दिसम्बर 2020 को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व रैली निकालकर शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद भी शासन , प्रशासन द्वारा सहानुभूति पूर्वक विचार नही करते हैं तो पंचायत सचिव उग्र आंदोलन करते हुए दिनांक 26दिसम्बर 2020 से जनपद मुख्यालय में काम बंद कलम बंद हड़ताल करते हुए ग्राम पंचायत के सभी कार्यो का बहिष्कार करेंगे ।