
कमल हासन राज्यसभा शपथ लेकर अब औपचारिक रूप से संसद का हिस्सा बन गए हैं। शुक्रवार को अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ग्रहण की और अपनी राजनीतिक यात्रा में एक अहम अध्याय जोड़ा। मक्कल नीधि मय्यम (MNM) के संस्थापक हासन ने संसद भवन में तमिल भाषा में शपथ ली, जो उनकी सांस्कृतिक और भाषाई पहचान का प्रतीक है। यह पल उनके समर्थकों और प्रशंसकों के लिए गर्व और उत्साह से भरा रहा।
हासन की राज्यसभा में नियुक्ति को डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) के समर्थन से जोड़कर देखा जा रहा है। 2024 के लोकसभा चुनावों में डीएमके के नेतृत्व वाले सेकुलर प्रोग्रेसिव अलायंस ने तमिलनाडु की सभी 39 सीटें जीत ली थीं, जिसमें हासन की पार्टी एमएनएम ने भी गठबंधन को समर्थन दिया था। माना जा रहा है कि इसी सहयोग के तहत उन्हें राज्यसभा भेजा गया है।
2018 में अपनी पार्टी की स्थापना करने वाले कमल हासन सामाजिक मुद्दों और सुशासन की वकालत करते रहे हैं। हालांकि एमएनएम को अब तक कोई बड़ी चुनावी सफलता नहीं मिली, लेकिन हासन की लोकप्रियता और जनता से जुड़ाव ने उन्हें राजनीति में प्रासंगिक बनाए रखा है।
राज्यसभा में उनकी उपस्थिति से उम्मीद है कि तमिलनाडु के मुद्दों को राष्ट्रीय मंच पर मजबूती से उठाया जाएगा। अपने अभिनय करियर में करोड़ों दिलों को जीत चुके हासन अब संसद में अपनी आवाज से देशहित में योगदान देने के लिए तैयार हैं। उनकी यह नई शुरुआत तमिलनाडु की राजनीति में एक प्रेरणादायक मोड़ मानी जा रही है।