गुवाहाटी / जॉइंट एंट्रेस मेन्स परीक्षा में 99.8 फीसदी नंबर लाने वाले असम के टॉपर नील नक्षत्र दास और उनके पिता डॉ. ज्योर्तिमय दास को पुलिस ने फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने अपनी जगह किसी अन्य फर्जी अभ्यर्थी को बैठाकर परीक्षा दिलवाई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी छात्र, उसके पिता और तीन अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया है।
आईआईटी सहित देश की प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में होने वाली परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के आरोप में अभ्यर्थी नील नक्षत्र दास, पिता डॉक्टर ज्योतिर्मोय दास के अलावा पुलिस ने टेस्टिंग सेंटर के 3 कर्मचारियों- प्रांजल कालिता, हेमेंद्र नाथ शर्मा, हीरूलाल पाठक को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक यह सिर्फ एक अभ्यर्थी का मामले नहीं, बल्कि यह एक बड़ा घोटाला हो सकता है जिसमें किसी बड़े गिरोह के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी 5 सितंबर 2020 को परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र गया था। जहां उसने बायोमीट्रिक औपचारिकताएं पूरा की और परीक्षा की कॉपी पर अपना नाम और रोल नंबर लिखकर लौट आया। इसके बाद उसकी जगह किसी अन्य व्यक्ति ने परीक्षा दी। पुलिस का कहना है कि इस पूरे फर्जीवाड़े में सेंटर के निरीक्षक ने आरोपी की मदद की थी और इस फर्जीवाड़े में ग्लोबल एडु लाइट नाम का शैक्षिक संस्थान भी शामिल है।
आरोपी की एक कॉल रिकॉर्डिंग और वॉट्सएप चैट सोशल मीडिया में वायरल हो गई, जिसमें वह परीक्षा पास करने के लिए अपनी चीटिंग के बारे में बता रहा था। इस मामले में दिसपुर के मथुरा नगर निवासी मित्रदेव शर्मा ने अजरा पुलिस स्टेशन में 23 अक्तूबर को एफआईआर दर्ज कराई। घटना की जानकारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को भी भेज दी गई है।