रायपुर | NHMMI अस्पताल के फाउंडर मेंबरों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अस्पताल की ताज़ा हालात और संदिग्ध गतिविधियों से अवगत कराने का फैसला लिया है | आरोप है कि मौजूदा प्रबंधन अब फाउंडर मेंबरों को झूठे आरोपों में फंसाने और फर्जी FIR दर्ज कराने के साथ -साथ अदालती प्रकरण वापस लिए जाने को लेकर धमकियां दे रहा है | बताया जाता है कि वरिष्ठ फाउंडर मेंबर रेखचंद जैन के घर पहुंचकर एक शख्स ने खुल्ले आम धमकी दी है कि वे अदालती प्रकरण वापस ले और MMI अस्पताल पर से अपना दावा छोड़े | यही धमकी महेंद्र धाड़ीवाल को भी दी गई है ,वरना उनके खिलाफ भी झूठी FIR दर्ज करा कर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई है | पीड़ितों के मुताबिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से उन पर दबाव बनाया जा रहा है | दोनों ही वरिष्ठ सदस्य धमकी देने वाले शख्स और उसके पीछे अपराधिक साजिशो को अंजाम देने वाले गिरोह की पुलिस में नामजद शिकायत करने की तैयारी में है | बताया जाता है कि धमकी देने वाला शख्स दावा कर रहा है कि सेठ जी ने एक झटके में पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के एक मंत्री और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष को निपटाया था | अब बारी फाउंडर मेंबरों की है | इस शख्स का यह भी दावा है कि पुलिस के कई आलाधिकारी सेठ जी के जेब में है | उदाहरण देते हुए उसने बताया कि एक चर्चित सीडी कांड आत्महत्या मामले में सेठ जी को पुलिस ने कई बार बुलावा भेजा था | लेकिन सेठ जी के एक इशारे पर छत्तीसगढ़ सरकार को मामला रफा दफा करने पर मजबूर होना पड़ा | ऐसे में फाउंडर मेंबर किस खेत की मूली है ?
बताया जाता है कि बुधवार की शाम रेखचंद जैन के निवास पर पहुंचे किसी शख्स ने उन्हें MMI प्रबंधन को लेकर अपना दावा छोड़ने के लिए जमकर बहस की और दबाव बनाया | इस शख्स ने मौजूदा मैनेजमेंट के एक प्रभावशाली पदाधिकारी के नाम का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने कइयों को निपटाया है ,वो आपको और महेंद्र धाड़ीवाल को भी निपटा देंगे | इस शख्स ने पूर्व में घटित कई अपराधिक वारदातों का हवाला देते हुए फाउंडर मेंबरों को धमकी देने में कोई कसर बांकि नहीं छोड़ी | यही हाल महेंद्र धाड़ीवाल का भी बताया जा रहा है | प्राप्त जानकारी के अनुसार हफ्ते भर से उन्हें भी झूठे प्रकरणों में फंसाने की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष धमकियाँ मिल रही है | दरअसल दोनों ही फाउंडर मेंबरों ने NHMMI की अवैधानिक गतिविधियों को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी | दोनों ही पीड़ितो की दलील है कि धमकियां देने के मामले में NHMMI का मौजूदा मैनेजमेंट शामिल है | उनके मुताबिक MMI के फाउंडर मेंबरों के पक्ष में अदालती फैसला आने के बाद मौजूदा मैनेजमेंट से जुड़े पदाधिकारी उनसे ईष्या और द्वेष रखते है |
उधर पीड़ितों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को NHMMI की ताजा हालात से वाकिफ कराने का फैसला लिया है | इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री से मेल मुलाक़ात की प्रक्रिया शुरू की है | पीड़ितों के मुताबिक MMI अस्पताल की स्थापना लाभ कमाने के लिए नहीं ,बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की सहायता के लिए की गई थी | लेकिन NHMMI मैनेजमेंट ने मानवता के कार्यो को छोड़कर इसे व्यसायिक रूप दे दिया है | फाउंडर मेंबरों के मुताबिक इस अस्पताल में गरीबो को इलाज में छूट देने के बजाए अमीरो और आर्थिक रूप से संपन्न परिवारों को इलाज में रियायत दी जा रही है | लिहाजा NHMMI में चल रही अन्य कई गैर-क़ानूनी गतिविधियों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अवगत कराने का फैसला लिया गया है |
उधर न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने इस मामले को लेकर NHMMI प्रबंधन के प्रमुख रामअवतार अग्रवाल से संपर्क किया | रामावतार अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वालो को धमकी देने वाले शख्स का नाम उजागर करना चाहिए तभी वे अधिकृत रूप से कुछ कह पाएंगे | उन्होंने अंदेशा जाहिर किया कि यह संस्था को बदनाम करने का कदम भी हो सकता है |