दिल्ली / पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल बनाये गए है | जीसी मुर्मू के इस्तीफे के बाद माना जा रहा था कि वे वेटिंग LG है | उधर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के मुर्मू के इस्तीफा स्वीकार करते ही मनोज सिन्हा की नियुक्ति की राष्ट्रपति भवन की ओर से सूचना आ गई | जीसी मुर्मू ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया जब बुधवार को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का एक साल पूरा हुआ था | मुर्मू से पहले जब जम्मू-कश्मीर पूर्व राज्य था तब सत्यपाल मलिक यहां के राज्यपाल थे लेकिन जब केंद्र शासित प्रदेश बना तो अधिकारी जीसी मुर्मू को वहां भेज दिया गया था |
पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल बनने के साथ ही इस बात की उम्मीद बंधी है कि जम्मू और कश्मीर से जुड़े रेल के प्रोजेक्ट जल्द और समय से पहले पूरा हो सकते हैं | रेल राज्य मंत्री रहते मनोज सिन्हा ने कई प्रोजेक्टों को हिरी झंडी दिखाई थी | कुछ ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिसपर काम भी चल रहा है तो कुछ में कई वजहों से देरी हुई है | शुक्रवार को मनोज सिन्हा जम्मू कश्मीर के गवर्नर का पद संभालने जा रहे हैं | ऐसे में इस बात के कयास तेज हो गए हैं कि रेलवे के विकास से जुड़े प्रोजेक्ट अब जल्द पूरे होंगे |
जम्मू कश्मीर रेल परियोजना का अहम हिस्सा है अंजी ब्रिज के काम में तेजी आने के आसार है | हालाँकि हाल के दिनों में इस ब्रिज का काम कोरोना संक्रमण के समय भी नहीं रुका है | बताया जाता है कि कश्मीर में आवाजाही सुनिश्चित होने के लिए इस प्रोजेक्ट को तय समय के अनुसार 2021 तक पूरा कर लिया जायेगा | रेलवे के मुताबिक देश का पहला रेल ब्रिज है जो केबल यानि तारों पर टिका होगा | इसके काम में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे कि इसके एक हिस्से को दूसरे हिस्से से जल्द जोड़ा जा सके | चेनाब नदी के उपर बन रहा यह ब्रिज कटरा और रिसायी को जोड़ेगा | अंजि ब्रिज ऊधमपुर –श्रीनगर–बारामूला लिंक का एक अहम हिस्सा है |