रायपुर। CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के 2200 करोड़ के शराब घोटाले मामले में आज रायपुर के ईडी दफ्तर में हाजिर हुए पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके पुत्र हरीश लखमा से करीब 9 घंटे तक पूछताछ चली। इस दौरान लखमा पिता-पुत्र कई सवालों का जवाब टाल दिए। कई दस्तावेज जुटाने और अन्य सवालों का जवाब देने के लिए दो-तीन दिनों की मोहलत मांगी है। सूत्रों का दावा है कि शराब घोटाले में अहम कड़ी साबित हुए लखमा सरकारी गवाह बन सकते है। यह भी बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल की घोटालों में संलिप्ता को लेकर लखमा से दर्जनभर सवाल किये गए थे। हालांकि कई प्रकरणों को लेकर उन्होंने अनभिज्ञता भी जाहिर की है।
उधर पूछताछ के बाद ED दफ्तर से बाहर आते ही लखमा ने मीडिया से बातचीत भी की है। इसमें उन्होंने ED अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर संतोष जाहिर किया है। लखमा ने यह भी कहा कि उनके साथ कोई बदसलूकी नहीं की गई, अधिकारियों ने चाय-नाश्ते और भोजन के लिए भी उनसे पूछा। पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा, “ईडी के द्वारा मांगे गए दस्तावेज़ मैंने उन्हें सौंप दिए हैं। हालांकि, मेरे पूछे गए सवालों का जवाब ईडी के द्वारा नहीं दिया गया। मुझसे जो कागज मांगे गए थे, वे मैंने जमा किए हैं। कुछ बातें सभी ने पूछी, जिसका मैने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि कुछ कागज बाकी हैं, जिन्हें पेश करने के लिए मैंने और कुछ दिन का समय मांगा है। मेरी बेटी और पत्नी ने संपत्ति का ब्योरा दिया है, अभी बड़े बेटे और बहू का देना है।”
उन्होंने यह भी कहा, “कोई बदतमीजी नहीं हुई है। चाय-नाश्ते के लिए पूछा गया था, लेकिन कोई परेशानी नहीं हुई। अंदर की बातों को सार्वजनिक करना ठीक नहीं है। मैं कांग्रेस पार्टी का सदस्य हूं और कानून को मानने वाला व्यक्ति हूं। बीजेपी ने जानबूझकर मुझे परेशान करने के लिए आरोप लगाए हैं। यह आरोप सरकार और बीजेपी के कारण मुझ पर लगाए गए हैं। मैं इस लड़ाई को अंतिम तक लडूंगा। जब तक जिंदा रहूंगा, आदिवासियों के लिए लड़ता रहूंगा।”
कवासी लखमा ने आगे कहा, “मैं घोटाले को कबूल नहीं कर रहा हूं, लेकिन जांच चल रही है। अगर दो नंबर की शराब भेजी गई है, तो अधिकारी के घर में क्यों नहीं बन रही थी? तीन शराब बनाने वाली कंपनियां हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही? शराब कंपनियों पर जांच करो।” उन्होंने कहा, “ऐसा कोई ऑफर मुझे नहीं मिला है। वे जानते हैं कि मैं कांग्रेस पार्टी में हूं, इसलिए मुझे कोई ऑफर नहीं दिया गया।” बहरहाल, ED दफ्तर से सुरक्षित बाहर निकले लखमा के अगले कदम का इंतज़ार किया जा रहा है।