दिल्ली / रायपुर – छत्तीसगढ़ में 2200 करोड़ के शराब घोटाले , 2 हजार करोड़ का समाज कल्याण विभाग घोटाला , 5 हजार करोड़ का चावल घोटाला और 36 हजार करोड़ के नान घोटाले के तार स्विस बैंकों से जुड़े हो सकते हैं। राज्य के पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड को करीब से जानने वाले कई लोग अंदेशा यही जाहिर कर रहे हैँ। विशवस्त सूत्रों की मानें तो आरोपी विवेक ढांड ने देश से फुर्र होने की पूरी तैयारी कर ली है। कुछ चुनिंदा ट्रेवल्स एजेंसियों के दफ़्तरों से गुजरता हुआ ढांड का पासपोर्ट स्विस सरकार के पास पहुंच गया है, वीजा फाइनल है। सूत्रों के मुताबिक अगस्त माह के दूसरे हफ्ते में कबूतरबाजी की घटना को अंजाम दिया जाएगा। बताते हैं कि स्विट्ज़रलैंड का टिकट भी कन्फर्म हो गया है, बस छत्तीसगढ़ सरकार को झांसा देकर हवाई अड्डे में दाखिल होना ही शेष बचा है।
छत्तीसगढ़ में सचिव खाद्य विभाग से लेकर मुख्य सचिव बनने तक का विवेक ढांड का सरकारी सफर विवादों से घिरा रहा है। प्रशासनिक मामलों के जानकार बताते हैं कि राज्य के लगभग सभी घोटालों में विवेक ढांड की भूमिका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रही है । यह भी बताया जाता है कि जिस तरह से पानी में रहकर मछली कितना पानी पी जाती है ? इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है ।
इसी तर्ज पर विवेक ढांड की कार्यप्रणाली भी निर्भर बताई जाती है। सरकारी योजनाओं में घोटाले ऐसे हो जाते हैं कि किसी को कानों कान खबर तक नहीं होती है। आईटी – ईडी , सीबीआई और ई ओ डब्लू के दस्तक देने बाद ही जनता को पता पड़ता है कि विवेक ढांड करोड़ों का वारा न्यारा कर विभाग से गुजर चुके हैं । शराब घोटाले को लेकर ई ओ डब्लू की दबिश में विवेक ढांड का पासपोर्ट जब्त नही हो पाया है।
सूत्र बताते हैं कि छापेमारी के दौरान ढांड का पासपोर्ट जब्त करने के लिए ई ओ डब्लू की टीम ने जमकर हाँथ पैर मारे थे लेकिन कामयाबी नही मिल पाई है। छत्तीसगढ़ में ईडी के निर्देश पर ई ओ डब्लू ने लगभग 70 अधिकारियों , कारोबारियों और शराब कम्पनियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआइआर दर्ज की है । इसके तहत 14 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी।
इस छापेमारी में आइएएस विवेक ढांड और अनिल टुटेजा का नाम सुर्खियों में है । सूत्र बताते हैँ कि ढांड , टुटेजा और उनके पुत्र यश टुटेजा ने पिछले पांच वर्षों में हवाला के जरिए सैकड़ों करोड़ रूपए स्विट्ज़रलैंड , दुबई और खाड़ी देशों में भेजे है , बेनामी संपत्ति भी खरीदी है । इन दोनों ही अफसरों के खिलाफ मनी – लाँड्रिंग का मामला भी दर्ज किया गया है ।
आईटी – ईडी और ई ओ डब्लू मामले की जाँच में जुटी है ।
सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक इन दोनों ही अफसरों के खिलाफ कई गंभीर मामले दर्ज हैँ । समाज कल्याण विभाग घोटाले की जाँच को लेकर बिलासपुर हाइकोर्ट ने सीबीआई जाँच के निर्देश दिए थे । यह मामला भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित बताया जाता है , सुनवाई जारी है । ऐसे में प्रमुख आरोपियों के विदेश भागने की तैयारी और उनका पासपोर्ट जप्त न होना गौरतलब बताया जा रहा है।