भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार को उस समय बाल-बाल बच गए जब अस्पताल की वो लिफ्ट नीचे गिर गई, जिसमें कमलनाथ और कांग्रेस के अन्य नेता सवार थे. दरअसल रविवार को कमलनाथ इंदौर में थे और जब उन्हें पता चला कि पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं तो वे उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जानने निजी अस्पताल पहुंच गए। कमलनाथ के साथ कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी भी मौजूद थे। अस्पताल पहुंचने के बाद रामेश्वर पटेल के वॉर्ड में जाने के लिए सभी नेता लिफ्ट में सवार हो गए, लेकिन लिफ्ट ऊपर जाने की जगह करीब 10 फीट नीचे गिर गई।
इसके बाद लिफ्ट का दरवाजा बंद हो गया. लिफ्ट गिरते ही कमलनाथ की सुरक्षा में तैनात जवान नीचे की ओर भागे. दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जिस लिफ्ट में सवार थे, उसके गिरने की खबर सुनकर इंदौर प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए. आनन-फानन में लिफ्ट इंजीनियर को बुलाया गया और लिफ्ट का दरवाजा तोड़कर कमलनाथ समेत सभी नेताओं को बाहर निकाला गया. गनीमत यह रही कि लिफ्ट में सवार किसी भी नेता को चोट नहीं आई
शिवराज ने कमलनाथ से फोन पर की बात
लिफ्ट गिरने की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फोन पर कमलनाथ से चर्चा की. उन्होंने ट्वीट करके बताया कि ‘इंदौर के निजी अस्पताल में लिफ्ट में सवार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी और अन्य साथियों के गिरने की जानकारी मिली। कुशलता पूछा है। ईश्वर की कृपा से सभी सकुशल हैं। इंदौर कलेक्टर को इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं’।