रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री के ठिकानों पर ED की छापेमारी समाप्ति की ओऱ बताई जा रही है, करीब आधा दर्जन ठिकानों में कार्यवाही के बाद टीम के लौटने की खबर सामने आई है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल से अभी भी पूछताछ जारी है। भिलाई में बघेल के आवास के सामने उनके समर्थकों का हुजूम लगा हुआ है, नारेबाजी जारी है। उधर ED कार्यवाही के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।

नरेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि कांग्रेसियों को धैर्य रखने की जरूरत है, ED की कार्रवाई के बाद सारे तथ्य सामने आ जायेंगे। ED की रेड पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय से सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट किया गया है, जिसमें कहा गया है कि सात वर्षों से चले आ रहे झूठे केस को जब अदालत में बर्खास्त कर दिया गया तो आज ED के मेहमानों ने पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल के भिलाई निवास में आज सुबह प्रवेश किया है. अगर इस षड्यंत्र से कोई पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास कर रहा है, तो यह गलतफहमी है।

उधर बीजेपी नेता नरेश चन्द्र गुप्ता ने भी पूर्व मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा है कि ED की कार्रवाई स्वागत योग्य है, ED तथ्यों व सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रही है। नरेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि कांग्रेसियों को राजनीतिकरण करने के बजाए धैर्य रखने की इंतज़ार करने की जरुरत है। ED की कार्रवाई के बाद सारे तथ्य सामने आ जायेंगे। इधर लगभग 11 घंटे की पूछताछ के बाद पूर्व CM बघेल अपने घर से बाहर आए और कार्यकर्ताओं के बीच गला फाड़ कर रोने लगे, उनके आँखों से आंसू बह रहे थे।

इस दौरान बघेल ने कहा कि ‘आज सुबह यह हमारे घर आए. मैं सोकर उठा और पेपर पढ़ रहा था. साथ ही चाय पी रहा था. तब ED वाले आए. मैंने उनसे कहा- मैं तो 2-3 साल से इंतजार कर रहा था. आप आ ही गए तो स्वागत है आपका, चाय पीजिए. मैंने पूछा कि आपके पास सर्च वारंट कहां है. बिना सर्च वारंट के मेरे यहां कैसे घुसे? तो वह लोग बोले कि लेकर आते हैं।’ नोट गिनने की मशीन पर सफाई देते हुए बघेल ने कहा-‘ मेरे घर से सोना-चांदी मिला. इसके साथ ही पत्नी और बहू से अलग-अलग करके 33 लाख रुपए मिले हैं, जिन्हें गिनने के लिए नोट मशीन मंगाई गई. मैंने उन्हें कहा कि मेरी बहू बैंक में नौकरी करती है इतने पैसे तो मैं ऐसे ही गिन देते नोट मशीन की क्या जरूरत थी।
बघेल ने कहा कि ‘यह सब एक षड्यंत्र का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस के नेताओं को परेशान करना, प्रताड़ित करना और बदनाम करना शामिल है. उसी कड़ी में आज ED की टीम हमारे घर आए सुबह से आ गए. मैंने विधानसभा में डिप्टी CM विजय शर्मा से सवाल पूछा तो हमारे यहां आ गए. पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने सवाल पूछा तो उनके खिलाफ एक्शन लिया।’ तमाम ठिकानों में छापेमारी ख़त्म होने के बाद ED ने अपने दफ्तर का रुख कर लिया है।

पूर्व मुख्यमंत्री के ठिकाने से लौटते वक़्त ED के वाहनों पर हमले और पथराव की खबर भी सामने आई है। बताते है कि पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए ED के वाहनों को रोका और उसके ऊपर चढ़ गए थे। फ़िलहाल, ED ने चैतन्य बघेल को समन जारी किया है। सूत्रों की माने तो मंगलवार को ED दफ्तर में चैतन्य बघेल उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज करा सकते है।