उत्तर प्रदेश : – उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। प्रयागराज में यमुना नदी खतरे के निशान 84.74 मीटर से 1.19 मीटर ऊपर बह रही है। शहर के छदनाग क्षेत्र में भी जलस्तर खतरे के निशान 84.374 मीटर से 58 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुका है। पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर, बलिया और श्रावस्ती जिलों में भी नदियां उफान पर हैं। लखनऊ मंडल के लखीमपुर खीरी के पलिया क्षेत्र में शारदा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। हालांकि, देर रात तक कई जगहों पर जलस्तर में गिरावट की संभावना जताई गई है।

इधर, बारिश से जुड़े हादसों में जानमाल का नुकसान जारी है। चित्रकूट में एक बच्चे समेत दो, महोबा में दो, उन्नाव में एक बच्ची, प्रयागराज के फाफामऊ में तीन, बमरौली एयरपोर्ट के पास दो, बिजनौर में दो, सीतापुर में एक और मुरादाबाद में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। इस तरह, राज्य में अब तक बारिश-बाढ़ से कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
बांदा जिले के पैलानी क्षेत्र में प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। मंगलवार को तहसीलदार की निगरानी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लंच पैकेट वितरित किए गए। एडीएम पैलानी अंकित वर्मा ने बताया कि अब तक तीन हजार से अधिक लंच पैकेट और तीन सौ राहत किट बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाए जा चुके हैं।
