फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने वाले के खिलाफ FIR दर्ज, लैबोरेटरी एजेंट गिरफ्तार, 15 सौ रूपये में कोरोना निगेटिव रिपोर्ट घर बैठे प्राप्त करें, हैरत में पुलिस

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राजकोट / कोरोना काल में कई नए अपराध सामने आए हैं। इसमे कोरोना संक्रमण होने या ना होने की फर्जी रिपोर्ट भी शामिल है। आमतौर पर कई लैबोरेटरी में यह गोरखधंधा भी संचालित हो रहा है। ताजा मामला गुजरात के राजकोट का है। यहां एक लैब संचालक पराग जोशी बिना किसी लाइसेंस के ही होम सैंपल कलेक्शन सेंटर चलाता था | वह स्वैब नमूना बिना लिए ही लोगों को कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट बेचता था।

करीब साल भर से उसने हजारों लोगों को फर्जी रिपोर्ट सौपी। हाल ही में राजकोट शहर में फर्जी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त होने के कई मामले सामने आने के बाद इस लैब का पता चला। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस लैबोरेटरी एजेंट के खिलाफ FIR दर्ज की है| पुलिस ने बताया कि आरोपी पराग जोशी हर जरूरतमंद व्यक्ति से 1500 रुपये लेकर कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट बेच रहा था। इस मामले में उप चिकित्सा अधिकारी डा. पराग चौनारा ने गांधीग्राम थाने में जोशी और अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज की थी. उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिनियम और गुजरात मेडिकल प्रैक्टिशनर्स अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है

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बताया जाता है कि आरोपी पराग जोशी बिना किसी लाइसेंस के ही होम सैंपल कलेक्शन सेंटर संचालित कर रहा था। वह स्वैब नमूना बिना लिए ही कई लोगों को कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट बेचता था। पुलिस ने बताया कि जिस व्यक्ति के नाम से रिपोर्ट जारी की जानी होती है उसके दस्तावेज के साथ लैबोरेटरी में दूसरे व्यक्ति का नमूना भेजा जाता था |उधर देश में कोरोना के मामले में दिनों दिन बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. इस तरह की फर्जी रिपोर्ट कोरोना के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करती है। देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण में आई तेजी को देखते हुए कई तरह की पाबंदियां और लॉकडाउन की स्थिति निर्मित हो रही है।