दतिया वेब डेस्क / मध्यपरदेश की दतिया पुलिस ने पंडोखर बाबा के नाम से प्रसिद्ध गुरुशरण महाराज के खिलाफ मारपीट के मामले में गुरुशरण महाराज सहित तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है | पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी शुरू कर दिए है | इस मामले में पंडोखर थाना उपनिरीक्षक दर्शन शुक्ला ने बताया कि रात्रि के समय एक ढाबे पर खाना खा रहे सेंवढ़ा के पटवारी अंकित पाराशर तथा उनके साथियों को मामूली विवाद होने पर कार में भरकर पंडोखरधाम मंदिर ले जाया गया | पंडोखर धाम में इन लोगों के साथ मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर सड़क पर फेंक दिया गया। फरियादी पंकज दुबे पुत्र श्याम दुबे निवासी बरचौली ने बताया कि वह अपने साथी पटवारी अंकित पाराशर, सुदीप शर्मा और संजय दुबे के साथ सोमवार रात पाल ढाबा पर खाना खा रहे थे। इसी दौरान पंडोखर सरकार के भाई रामजीशरण शर्मा और बहनोई ने अपशब्द कहे। विरोध करने पर अन्य साथियों को बुला लिया। बंदूक और कट्टे से फायरिंग की। सुदीप और संजय किसी तरह वहां से भाग निकले।
घायल पंकज और अंकित ने बताया कि ढाबे पर मारपीट के बाद आरोपित उन्हें एक वाहन से मंदिर ले गए, जहां गुरुदेवशरण शर्मा उर्फ पंडोखर सरकार के साथ मिलकर सभी ने लाठी और सरियों से मारपीट की। मोबाइल छीन लिए और सड़क पर फेंककर चले गए। दोस्त संजय दुबे इलाज के लिए भांडेर लेकर आया। जहां से दोनों को ग्वालियर रेफर कर दिया है।
हमले में घायल हुए पटवारी अंकित पाराशर ने बताया कि मंदिर में मारपीट के दौरान खुद गुरूशरण महाराज उपस्थित थे जबकि मारपीट करने वाला उनका करीबी था। पंडोखर सरकार वर्तमान में भांडेर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष हैं। पुलिस ने पंकज दुबे की रिपोर्ट पर पंडोखर सरकार, भाई रामजीशरण शर्मा, बहनोई सहित 5-6 अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बताया यह भी जा रहा है कि पंडोखर बाबा के नाम से प्रसिद्ध गुरूशरण महाराज ने अपने शिष्यों को लड़ने झगड़ने की खुली छूट दे रखी है | शिकायतकर्ताओं के मुताबिक आये दिन उनके अनुयाई क्षेत्र में डर और खौफ फैलाने के मकसद से आम लोगों से लड़ते – झगड़ते रहते है | ये लोग सेवड़ा गांव में अपना दबदबा कायम करना चाहते है | लोगो के मुताबिक पंडोखर सरकार के दबाव और डर से कोई पुलिस को सम्पर्क नही करता |