नई दिल्ली. दिल्ली में मंकीपॉक्स वायरल का पांचवा मरीज मिला है. यहां लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल (LNJP हॉस्पिटल) में भर्ती महिला की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इस महिला को तेज बुखार और हाथ में दाने होने के बाद एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला की स्थिति फिलहाल स्थिर है.
दिल्ली में यह दूसरी महिला है, जिसमें मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसके अलावा दिल्ली में मिले मंकीपॉक्स संक्रमण के अन्य तीनों मरीज पुरुष हैं. वहीं दिल्ली में मंकीपॉक्स के पहले मरीज को सोमवार को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी दी गई थी. एलएनजेपी हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर सुरेश कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि एक मरीज को एनएलजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसके सैंपल की जांच में मंकीपॉक्स संक्रमण पाया गया है. डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि दिल्ली में मंकीपॉक्स संक्रमण का यह पांचवां केस था. एलएनजेपी हॉस्पिटल फिलहाल मंकीपॉक्स के कुल 4 मरीज भर्ती हैं, जबकि एक व्यक्ति पूरी तरह ठीक होकर घर जा चुका है. दिल्ली में मंकीपॉक्स के नए मामले सामने आने के बाद अब देश में इस संक्रमण से संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य इमरजेंसी घोषित किया है.
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स एक पशुजनित रोग है, जिसका मतलब है कि यह पशुओं से मनुष्यों में फैलता है. इसलिए मंकीपॉक्स जहां जगह बना चुका होता है, वहां यह पशुओं के जरिए मनुष्यों को संक्रमित करता है. मंकीपॉक्स कई जानवरों के जरिए फैल सकता है, जिनमें बंदर व लंगूर, गिलहरी, चूहे और चुहिया शामिल हैं. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वायरस उन देशों में जगह नहीं बना सकता, जहां ये जानवर नहीं पाए जाते.
मंकीपॉक्स को रोकने के लिए फिलहाल जो स्वास्थ्य उपाय अपनाए जा रहे हैं उनमें संक्रमित व्यक्तियों को पृथक करना, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाना और जिन लोगों के ज्यादा खतरा है, उनका टीकाकरण करना शामिल हैं. मंकीपॉक्स के बारे में सबूत बताते हैं कि लोग 28 दिन में इस बीमारी से उबर सकते हैं और कुछ लोग 21 दिन में भी वायरस को मात दे सकते हैं.