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गणतंत्र दिवस पर सैकड़ों ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए किसान, नवा रायपुर में किसानों का आंदोलन जारी, मुआवजे और रोजगार की मांग पर बवाल…

रायपुर : रायपुर शहर से 25 किलोमीटर दूर नवा रायपुर में बड़ी तादाद में बुधवार को किसान जुटे। हमारी मांगे पूरी करो, हम अपना अधिकार मांगते… जैसे इंकलाबी नारों का शोर दिन भर यहां की सड़कों पर गूंजता रहा हो। दिल्ली का गाजीपुर बॉर्डर भले ही किसान आंदोलन के मामले में शांत हो गया हो मगर करीब 20 दिनों से नवा रायपुर में किसानों की हुंकार जारी है।

गणतंत्र दिवस के मौके पर अपनी ताकत दिखाने में किसान पीछे नहीं हटे। सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर लेकर रायपुर के आस-पास से गांवों से 3 हजार से अधिक किसान नवा रायपुर में जुटे। NRDA के दफ्तर के पास ही पिछले कुछ हफ्तों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां आए किसानों का समर्थन देने दूसरे गांवों के लोग भी पहुंच गए।

किसान नेता रूपन चंद्राकर ने बताया कि ट्रैक्टर रैली के जरिए आंदोलनकारी किसान मांगों को लेकर उनकी एकजुटता दिखा रहे हैं। यह रैली पिछले गणतंत्र दिवस पर दिल्ली की सीमाओं से शुरू हुई ट्रैक्टर रैली से प्रेरित है। गणतंत्र दिवस नवा रायपुर क्षेत्र के 27 गांवों के लोगों ने धरना स्थल पर ही मनाया। किसान मंच ने रोज की तरह भारत माता और महात्मा गांधी की पूजा अर्चना कर `’राष्ट्रगान गाया।

इन मांगों के लिए जारी है आंदोलन
1-नवा रायपुर पुनर्वास योजना के अनुसार अर्जित भूमि के अनुपात में उद्यानिकी, आवासीय और व्यावसायिक भूखंड पात्रतानुसार निःशुल्क मिलने के प्रावधान का पालन किया जाए।
2-भू-अर्जन कानून के तहत हुए अवॉर्ड में भूस्वामियों को मुआवजा प्राप्त नहीं हुए हैं, उन्हें बाजार मूल्य से 4 गुणा मुआवजा मिले।
3-नवा रायपुर क्षेत्र में ग्रामीण बसाहट का पट्टा मिले।
4-वार्षिकी राशि का पूर्ण रूपेण आवंटन किया जाए।
5-पुनर्वास पैकेज.2013 के तहत सभी वयस्कों को मिलने वाला 1200 वर्गफीट प्लॉट दिया जाए।
6-साल 2005 से भूमि क्रय.विक्रय पर लगे प्रतिबंध को तत्काल हटाया जाए।
7-आबादी से लगी गुमटियां, चबूतरे, दुकानें, व्यावसायिक परिसर को 75% प्रभावितों को लागत मूल्य पर देने के प्रावधान का पालन किया जाए।

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