पटना/बिहार की राजधानी पटना के हाईकोर्ट में जाली स्टांप के माध्यम से केस फाइल करने का मामला सामने आया है. इस मामले में कुल चार एडवोकेट क्लर्क जीएन सिंह, प्रदीप प्रसाद, आशीष कुमार व जीत पंडित के खिलाफ हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जय कुमार सिंह ने कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस जांच में जुट गई है. इन सभी से पुलिस पूछताछ करेगी. जानकारी के अनुसार,कुछ एडवोकेट क्लर्क ने केस फाइल किया था और उसमें नियमानुसार स्टांप भी लगाया गया था।
करीब सात केस फाइल किये गये थे और सभी के स्टांप एक जैसे ही थे. इसके बाद हाईकोर्ट के स्टाफ को शक हुआ और फिर इसकी जांच स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड से कराई गई जांच के बाद यह पाया गया कि उक्त कोर्ट ने स्टांप को जारी नहीं किया है| पुलिस अब पता लगा रही है कि उक्त स्टांप किससे हासिल किया गया था|
लगातार मिल रही शिकायत के बाद पुलिस ने कुछ समय पहले बहादुरपुर के एक प्रिंटिंग प्रेस में पुलिस ने छापामार कार्यवाही कर जाली स्टांप बनाने की मशीन के साथ ही कारोबारी को गिरफ्तार किया था और लाखों रुपये मूल्य के स्टाम्प की बरामदगी की गयी थी. लगातार जाली स्टांप की बरामदगी के बाद ही इ-स्टाम्प की शुरुआत की गयी थी. पर फिर से जाली स्टांप मिलने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि इसके पीछे कोई गिरोह काम कर रहा है।