मुंबई / महाराष्ट्र के जलगांव से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि कथित तौर पर पुलिसकर्मियों के साथ कुछ अन्य लोगों ने यहां के सरकारी आशादीप गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं को कपड़े उतारकर नाचने के लिए मजबूर किया। यह मुद्दा उस समय सामने आया जब भाजपा विधायक श्वेता महाले ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया। जलगांव के एक स्थानीय एनजीओ ने मंगलवार को इस घटना के बारे में जिला कलेक्टर को शिकायत की थी।
जिसके बाद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है। यह समिति अगले दो दिन में इसकी जांच कर प्रारंभिक रिपोर्ट पेश करेगी। श्वेता महाले ने कहा, ‘इस घटना ने राज्य को शर्मसार किया है क्योंकि पुलिस भी ऐसे कामों में शामिल है। महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार लोग खुद शिकारियों में बदल रहे हैं। ऐसी और भी महिलाएं हो सकती हैं, जो शिकार हो सकती हैं। हम इसमें कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।’
इधर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की नेता रूपाली पाटील ने फेसबुक पर विरोध करते हुए लिखा कि इस मामले में दोषी पुलिस वालों पर और अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई कर उन्हें नौकरी से निलंबित किया जाए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम मनसे स्टाइल में इन अधिकारियों को निर्वस्त्र करके सजा देंगे।
बता दे कि मंगलवार को एक सामाजिक संगठन ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की थी। जिलाधिकारी के सामने सबूत के तौर पर इस घटना से जुड़ा वीडियो प्रस्तुत किया गया। जिलाधिकारी अभिजीत राऊत ने इस मामले की विस्तृत जांच कराने का आश्वासन दिया है। आरोप के मुताबिक, यह घटना 1 मार्च की है। जांच के नाम पर कुछ पुलिस कर्मचारी और अन्य लोग हॉस्टल में दाखिल हो गए। इन लोगों ने लड़कियों से कपड़े उतरवा कर उनसे जबरदस्ती डांस करवाया। जिन लड़कियों ने ऐसा करने से मना किया उन्हें मारने-पीटने की धमकी दी गई। जब इस बारे में विस्तार से पता करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता वहां पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। लड़कियों ने खिड़कियों से चिल्ला कर पूरी बातें बताईं। जिस वक्त लड़कियां अपना हाल बता रही थीं उस वक्त भी हॉस्टल के कर्मचारी वहां आ-आकर उनके साथ रोका-टोकी कर रहे थे, और बाद में देख लेने की धमकी दे रहे थे।
वही इस मामले में महाराष्ट्र महिला एवं बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘मैंने वीडियो नहीं देखा है। यदि आपके पास इसकी प्रति है, तो कृपया मुझे देखने दें। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्री ने जांच का आदेश दिया है और मैं व्यक्तिगत रूप से इस पर भी गौर कर रही हूं।’