बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 24 जून के आदेश के बाद से तीन करोड़ से अधिक गणना फॉर्म जमा हो चुके हैं। राज्यभर में लगभग 77,895 बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं को फॉर्म भरने में मदद कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने शनिवार को स्पष्ट किया कि इस प्रक्रिया में कोई दिक्कत नहीं है, बावजूद इसके विपक्षी नेता भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सोमवार शाम तक प्राप्त फॉर्म कुल पंजीकृत मतदाताओं का लगभग 37 प्रतिशत हैं। पिछले 24 घंटों में 1.18 करोड़ से अधिक फॉर्म जमा किए गए हैं, जबकि फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि में अभी 18 दिन बाकी हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, सक्रिय सहयोग से 1 अगस्त 2025 को जारी होने वाली प्रारूप निर्वाचक नामावली में उन लोगों के नाम शामिल होंगे, जिनके फॉर्म जमा हो चुके हैं। एसआईआर को समय पर पूरा करने के लिए 20,603 नए बीएलओ तैनात किए जा रहे हैं। इसके अलावा लगभग 4 लाख स्वयंसेवक भी विशेष जरूरतमंदों की मदद के लिए फील्ड में काम कर रहे हैं।
फॉर्म अपलोडिंग का काम भी जारी है। अब तक 7.90 करोड़ मतदाताओं में से करीब 11.26 प्रतिशत फॉर्म ऑनलाइन अपलोड हो चुके हैं। मतदाता स्वयं ईसीआईनेट एप पर भी फॉर्म अपलोड कर सकते हैं।
भ्रामक जानकारी फैलने पर चुनाव आयोग ने ऑनलाइन फैक्ट चेक सेवा शुरू की है, जिससे मतदाता सही जानकारी पा सकें। इसके साथ ही आयोग ने अभिनेता पंकज त्रिपाठी का जागरूकता वीडियो जारी किया है, जिसमें वे मतदाताओं से सही दस्तावेज लेकर फॉर्म भरवाने की अपील कर रहे हैं। चुनाव आयोग का संदेश है—”सोच बदलिए, भ्रम छोड़िए। वोट करना है तो फॉर्म भरना है।”
