
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी पर किया तीखा हमला
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनावी धोखाधड़ी के आरोपों पर कड़ा रुख अपनाया। आयोग के सूत्रों ने स्पष्ट किया कि यदि राहुल गांधी अपने आरोपों पर विश्वास करते हैं तो उन्हें अपने चुनावी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करके इसे साबित करना चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो इसका मतलब है कि उनके आरोप निराधार हैं और उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल गांधी के आरोप और उनकी प्रतिक्रिया
गुरुवार को कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में राहुल गांधी ने लगभग 1,00,250 वोटों में गड़बड़ी और अनियमितताओं का आरोप लगाया था। उन्होंने चुनाव आयोग और भाजपा पर मिलकर लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप भी लगाया। इसके साथ ही, उन्होंने चुनावी धोखाधड़ी में शामिल मतदान अधिकारियों को चेतावनी दी कि सत्ता परिवर्तन पर उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।
निर्वाचन अधिकारियों ने मांगी विस्तृत जानकारी
कर्नाटक, महाराष्ट्र और हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने राहुल गांधी को पत्र भेजकर उन मतदाताओं के नाम और शपथ मांग ली है, जिनके बारे में वे अनियमितता का दावा कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने मतदाता सूची की पारदर्शिता और नियमों का पालन करने पर जोर दिया।
सीसीटीवी फुटेज को लेकर विवाद
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर सीसीटीवी और वेबकास्टिंग फुटेज को 45 दिनों में नष्ट करने का आरोप लगाया, जिसे आयोग ने सिरे से खारिज किया। आयोग के अनुसार राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धोखाधड़ी के दावे के लिए आवश्यक सबूत नहीं दिए। गांधी ने यह भी चेतावनी दी कि आगामी बिहार चुनाव में भी ऐसी अनियमितताएं हो सकती हैं।