नई दिल्ली: भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को स्पष्ट किया है कि वे महाराष्ट्र और कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों द्वारा जारी मतदाता सूची पर लगाए गए आरोपों के संबंध में शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करें या अपने “बेतुके” आरोपों के लिए माफी मांगें। चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि अगर राहुल गांधी यह शपथ पत्र नहीं देते हैं, तो इसका मतलब होगा कि वे अपने स्वयं के विश्लेषण और आरोपों पर विश्वास नहीं करते हैं।
मामले की पृष्ठभूमि में, राहुल गांधी ने 7 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के बेंगलुरु मध्य लोकसभा क्षेत्र के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक फर्जी वोट डाले जाने का आरोप लगाया था। इसी के बाद निर्वाचन आयोग ने उनसे एक शपथ पत्र मांगा था, जिसमें उन्हें इस बात की पुष्टि करनी थी कि उनके द्वारा किए गए आरोप सत्य हैं।
इसके अतिरिक्त, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में मतदाता सूची में धांधली के आरोपों पर भी राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राहुल गांधी से साक्ष्य और शपथ पत्र प्रस्तुत करने को कहा है।
निर्वाचन अधिकारीयों ने साफ किया है कि मतदाता सूची पूरी पारदर्शिता के साथ तैयार की गई है और कांग्रेस को इसकी मसौदा और अंतिम सूची अगस्त-सितंबर 2024 में प्रदान की गई थी, जिसमें उस समय कांग्रेस ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी।
अब चुनाव आयोग की ओर से राहुल गांधी और कांग्रेस को इस शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करने या माफी मांगने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है, जिससे यह मामला और भी गरमाता नजर आ रहा है।
